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लोकसभा चुनाव 2024ः उत्तराखंड में एक माह में 16 करोड़ से अधिक की जब्ती, आधी से अधिक हरिद्वार में

5.70 करोड़ कैश, 6.92 करोड़ की ड्रग्स और शराब, 3.26 करोड़ की कीमती वस्तुएं की गईं जब्त

देहरादून। न्यूज लाइव

अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने  मंगलवार को सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बात करते हुए बताया, लोक सभा सामान्य निर्वाचन-2024 में राज्य में इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम के अन्तर्गत 16 मार्च से अभी तक कुल ₹16 करोड़ 05 लाख मूल्य की जब्ती हुई है।

उन्होंने बताया, अभी तक ₹ 05 करोड़ 70 लाख कैश, एनडीपीएस और नारकोटिक्स के तहत ₹ 03 करोड़ 99 लाख, ₹ 02 करोड़ 93 लाख मूल्य की शराब और ₹ 03 करोड़ 26 लाख मूल्य की सोना, चांदी और अन्य कीमती वस्तुओं की जब्ती की गई है। हरिद्वार जनपद में सबसे अधिक ₹08 करोड़ 43 लाख की जब्ती हुई है।

उन्होंने बताया कि आज उत्तरकाशी जनपद से 11 पोलिंग पार्टियां एवं पिथौरागढ़ जनपद से एक पोलिंग पार्टी मतदेय स्थल के लिए रवाना हो गई हैं। इन सभी पोलिंग पार्टियों ने पोल डे मॉनिटरिंग सिस्टम (पी.डी.एम.एस) पोर्टल पर पंजीकरण की कार्यवाही और प्रस्थान की सूचना उपलब्ध करा दी है।

अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी दी कि राज्य में 19 अप्रैल को होने वाले मतदान के दृष्टिगत मौसम विभाग ने मौसम संबंध अनुमान उपलब्ध कराया है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में हीटवेव का कोई भी प्रभाव नहीं होगा, मौसम सामान्य तापमान के अनुकूल रहेगा।

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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