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खाने पीने के सामान में मिलावट पर तुरंत मिलाएं टोलफ्री नंबर 18001804246

नवरात्रों को लेकर फूड सेफ्टी विभाग ने जारी की गाइडलाइन, आयुक्त डॉ. आर राजेश कुमार की आम जनता से अपील

देहरादून। नवरात्र में दिल्ली में कुट्टू-सिंघाड़े के आटे, घी, तेल सहित अन्य खाद्य पदार्थों की मांग बढ़ जाती है। उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा विभाग के आयुक्त डॉ. आर राजेश कुमार के अनुसार, त्योहारी सीजन में मिलावटी सामान आने की आशंका ज्यादा होती है, इसे रोकने के लिए विभाग सतर्क है।

वहीं विभाग ने सभी जिलों के लिए टीम बनाई हैं। विभाग का प्रयास है कि उत्तराखंड में किसी भी प्रकार के मिलावट का सामान लोगों तक न पहुंच पाए। उन्होंने कहा कि नवरात्र से त्योहारों का सीजन शुरू हो जाता है, जो दिसंबर तक जारी रहता है। इस दौरान सामान की मांग काफी ज्यादा होती है। ऐसे में मिलावटी कुट्टू-सिंघाड़े के आटे, खोया, घी, चॉकलेट, पनीर, ड्राई फ्रूट आने की संभावना होती है।

आयुक्त डॉ. आर. राजेश कुमार के मार्गदर्शन में त्योहारी सीजन नवरात्र, दीपावली आदि के दौरान आम जनमानस के प्रयोग में लाए जाने वाले खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने व इनमें मिलावट की संभावना के दृष्टिगत क्रियान्वित विभागीय कार्ययोजना के प्रथम चरण में कुट्टू के आटे के 100 सर्विलांस लिए जाने के निर्देश जारी किए गए हैं।

इन सर्विलांस नमूनों के अतिरिक्त व्रत में उपयोगी अन्य खाद्य सामग्रियों की विधिक जांच नमूने लेने के निर्देश जारी किए गए हैं, संयुक्त आयुक्त डा. आरके सिंह खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन के आदेशों में नवरात्र अवधि से पूर्व उक्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश समस्त अभिहित अधिकारियों को निर्गत किए गए हैं।

कुट्टू के आटे के नमूने जांच में हुए थे फेल
आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने बताया, गत वर्षों में शारदीय नवरात्र अवधि में लिए गए कुट्टू के आटे के नमूने जांच में मानकों के अनुरूप नहीं पाए गए। संदूषित कुट्टू के आटे से निर्मित पकवानों के सेवन से जनपद हरिद्वार व अन्य स्थानों पर लोगों के बीमार होने के दृष्टिगत उक्त घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोेकने के लिए विभाग उक्त कदम उठा रहा है।

बाजारों में घूम रही है फूड सेफ्टी टीमें
राज्य में खाने-पीने के सामान में मिलावट को रोकने के लिए विभाग की फूड सेफ्टी टीमें बाजारों में घूम रही हैं। इसके माध्यम से बाजारों में जाकर औचक सैंपल लिया जा रहा है। इसके अलावा लोगों की शिकायत पर भी सैंपल लिए जाएंगे।

उपायुक्त (मुख्यालय) जीसी कंडवाल ने बताया, कुट्टू के आटा और व्रत में उपयोगी अन्य खाद्य सामग्री खरीदते समय निम्न बातों का ध्यान रखें-

  1. पैकेट बन्द खाद्य सामग्री के लेबल पर दी गई जानकारी जैसे कि निर्माण/उपयोग तिथि/निर्माता का नाम एवं पता अवश्य देखें।
  2. कुट्टू के आटे को खरीदते समय सुनिश्चित करें कि आटा ज्यादा पुराना न हो।
  3. फलों को अच्छी तरह धोकर प्रयोग में लाएं।
  4. खाद्य सामग्री तलने में उपयोगी तेल का बार-बार इस्तेमाल न करें।

खाद्य पदार्थों में मिलावट की शिकायत विभागीय टोल फ्री नंबर- 18001804246 पर की जा सकती है।

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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