चीन के किसी गांव में एक युवक अपने घर के बागीचे में काम कर रहा था। उसके बड़े भाई ने उसे पुकारा कि आकर खाना खा लो, लेकिन वह फिर भी बागीचे में बैठा रहा। उसके भाई ने फिर तेजी से आवाज दी, जल्दी आ जाओ, खाना तैयार है। बार-बार आवाज दिए जाने पर युवक को गुस्सा आ गया। गुस्से में तेज आवाज में उसने जवाब दिया क्या तुम एक मिनट रुक नहीं सकते। मैं कुदाल छिपाने के बाद ही आऊंगा।
जब वह घर के भीतर पहुंचा तो बड़े भाई ने उसको डांटते हुए कहा, क्या बड़ों से इसी तरह बात की जाती है। क्या तुम तेज आवाज में जवाब देकर पूरी दुनिया को सुनाना चाहते थे। तुम धीरे से भी बोलते तो मेरे कान सुन लेते। भविष्य में ध्यान रहे, इतनी तेज आवाज में मेरे सामने मत बोलना।
छोटे भाई ने लंच करने के बाद कुछ देर आराम किया और फिर अपने बागीचे में चला गया। कुछ ही देर बाद वह दौड़ते हुए वापस लौटा और उसने बड़े भाई के कान में फुसफुसाया, किसी ने मेरी कुदाल चोरी कर ली है। बड़े भाई ने कहा, तुमने कुदाल छिपाने की बात बहुत तेज आवाज में कही थी, किसी ने सुन लिया और फिर कुदाल चोरी कर ली। जो बात तुम्हें तेजी से कहनी थी, वह तुमने मेरे कान में आकर फुसफुसाई। – अनुवादित चीनी कथा