News

Doiwala Dussehra Mela postponed: डोईवाला में इस बार नहीं लगेगा दशहरा मेला, समिति ने बताई यह वजह

Doiwala Dussehra Mela postponed: डोईवाला, 01 अक्तूबर: डोईवाला में लगभग तीन दशक से आयोजित किया जा रहा दशहरा मेला इस बार नहीं लगेगा। वजह बताई जा रही है कि मेला स्थल पर जुटने वाली भीड़ के लिहाज से मेला ग्राउंड तैयार नहीं हुआ है। यह निर्णय मेला स्थल पर जुटने वाली भीड़ के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं एवं सुरक्षा के लिहाज से सही माना जा रहा है। पात्र दशहरा मेला संगठन एवं क्रीड़ा समिति के महामंत्री राजेंद्र वर्मा ने इसकी पुष्टि की है।

Doiwala Dussehra Mela postponed: डोईवाला में सौंग नदी किनारे केशवपुरी इलाके में 31 साल से लगातार दशहरा मेला आयोजित किया जा रहा था। कोविड 19 संक्रमण के दौरान 2020 में मेला नहीं लगा था।

डोईवाला में अन्य इलाकों की तुलना में रावण व मेघनाद के पुतलों को अधिक ऊंचा बनाया जाता रहा। उत्साह से मनाया जाने वाला दशहरा मेला इस बार नहीं लगेगा, इस फैसले से बड़ी संख्या में लोगों को निराशा हुई है।

Also Read: क्या किसी अंग्रेज के नाम पर है डोईवाला का नाम

इस संबंध में मेला आयोजन समिति के महामंत्री एवं पत्रकार राजेंद्र वर्मा का कहना है, हमने अगस्त से लेकर अभी तक मेला आयोजन को लेकर दो बार बैठकें कीं। समिति ने प्रस्तावित स्थल को मेला आयोजन के लिए सही नहीं पाया। इस बार बारिश इतनी अधिक हुई कि मेला मैदान को समतल नहीं किया जा सका। मेले में आने वाली भीड़ को सुरक्षित आने और जाने के लिए आवश्यक व्यवस्था नहीं हो पाई, क्योंकि मैदान उपयुक्त नहीं है। हमने नगर पालिका से जल्द से जल्द कार्य करने को कहा था, पर बारिश की वजह से पालिका भी कुछ खास नहीं कर पाई। इसलिए हमने इस वर्ष मेला स्थगित करने का फैसला किया।

वर्मा कहते हैं, अगली बार मेला स्थल बेहद शानदार होगा, वहां भीड़ प्रबंधन के पुख्ता इंतजाम होंगे। हमें उम्मीद है कि अगली बार, मेले में बड़ी संख्या में लोग पहुंचेंगे।  हमारा उद्देश्य मेला आयोजन को सुरक्षा की दृष्टि से मजबूती प्रदान करना है।

 

Rajesh Pandey

newslive24x7.com टीम के सदस्य राजेश पांडेय, उत्तराखंड के डोईवाला, देहरादून के निवासी और 1996 से पत्रकारिता का हिस्सा। अमर उजाला, दैनिक जागरण और हिन्दुस्तान जैसे प्रमुख हिन्दी समाचार पत्रों में 20 वर्षों तक रिपोर्टिंग और एडिटिंग का अनुभव। बच्चों और हर आयु वर्ग के लिए 100 से अधिक कहानियां और कविताएं लिखीं। स्कूलों और संस्थाओं में बच्चों को कहानियां सुनाना और उनसे संवाद करना जुनून। रुद्रप्रयाग के ‘रेडियो केदार’ के साथ पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाईं और सामुदायिक जागरूकता के लिए काम किया। रेडियो ऋषिकेश के शुरुआती दौर में लगभग छह माह सेवाएं दीं। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया। जीवन का मंत्र- बाकी जिंदगी को जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक, एलएलबी संपर्क: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला, देहरादून, उत्तराखंड-248140 ईमेल: rajeshpandeydw@gmail.com फोन: +91 9760097344

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button