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चंपावत उपचुनाव में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने 55025 वोटों से जीते

कांग्रेस की निर्मला गहतोड़ी को रिकार्ड मतों के अंतर से हराया

चंपावत। चंपावत विधानसभा सीट पर उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रिकार्ड 55,025 मतों के अंतर से जीत हासिल की। उन्होंने कुल मतदान के 92.94 फीसदी मत प्राप्त करके कांग्रेस उम्मीदवार निर्मला गहतोड़ी को हराया।

मुख्यमंत्री धामी को 58,258 वोट मिले, जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की निर्मला गहतोड़ी को 3233 मत ही प्राप्त हो सके। अन्य प्रतिद्वंद्वियों में समाजवादी पार्टी के मनोज भट्ट को 413, निर्दलीय हिमांशु गड़कोटी को 402 वोट मिले। 377 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया।

Uttarakhand-Champawat
Result Status
O.S.N. Candidate Party EVM Votes Postal Votes Total Votes % of Votes
1 Nirmala Gahtori Indian National Congress 3147 86 3233 5.16
2 Pushkar Singh Dhami Bharatiya Janata Party 57268 990 58258 92.94
3 Manoj Kumar Bhatt Samajwadi Party 409 4 413 0.66
4 Himanshu Garkoti Independent 399 3 402 0.64
5 NOTA None of the Above 372 5 377 0.6
Total 61595 1088 62683

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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