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भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले को मिलेगी सख्त सजा, संपत्ति करेंगे जब्तः सीएम

मुख्यमंत्री धामी ने जिला पंचायत अध्यक्ष और सीडीओ को सम्मानित किया

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को कालसी में यमुना शरदोत्सव क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक समिति के क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक महोत्सव में कई घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा, अब जो कोई भी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ करेगा, उसे कठोरतम सजा दी जाएगी। साथ ही संपत्ति भी जब्त कर ली जाएगी।

मुख्यमंत्री धामी ने सीएचसी कालसी में मानकों के अनुसार सभी मेडिकल स्टाफ के पदों को भरने की स्वीकृति दिए जाने के साथ ही  कालसी ब्लाक के इच्छाडी, खड़स, टोंस नदी में नागथात से बोराडांडा तक पेयजल योजना का निर्माण कराने की घोषणा की।

उन्होंने कालसी ब्लाक के अंतर्गत बुरासी-घणता, कालसी-बैराटखाई मोटर मार्ग के निर्माण के साथ ही चकराता ब्लाक के खाटवा मोटरमार्ग के तीन किमी का नव निर्माण कराने की भी घोषणा की।

मुख्यमंत्री धामी ने जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान एवं सीडीओ देहरादून झरना कामठान को सम्मानित करने के साथ ही दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस की परेड में प्रथम स्थान मिलने पर प्रदेश की झांकी के टीम लीडर संयुक्त निदेशक सूचना के. एस. चौहान को भी सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हम युवाओं के सपनों और आकांक्षाओं के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे। अब जो कोई भी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ करेगा, उसे कठोरतम सजा दी जाएगी। साथ ही संपत्ति भी जब्त कर ली जाएगी।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा, प्रधानमंत्री के दिशा निर्देशन में हमारी सरकार उत्तराखंड को “सर्वश्रेष्ठ उत्तराखंड” बनाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।

इस अवसर पर विधायक मुन्ना सिंह चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान, ब्लॉक प्रमुख कालसी मठोर सिंह, भीम सिंह चौहान, रितेश असवाल, आईजी केएस नगन्याल, सीडीओ झरना कमठान आदि उपस्थित रहे।

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राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन कर रहे हैं। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते हैं। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन करते हैं।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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