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चारधाम तीर्थयात्री ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल पर बना सकते हैं आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता

उत्तराखंड स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल की शुरुआत की है

नई दिल्ली। न्यूज लाइव

ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल अब आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के साथ जुड़ गया है। सितम्बर 2021 में शुरू की गई “केन्द्रीय क्षेत्र की योजना” एबीडीएम का उद्देश्य देश में एकीकृत डिजिटल स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा तैयार करना है।

उत्तराखंड सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने ई-स्वास्थ्य धाम (eSwasthya Dham portal) नाम के एक पोर्टल की शुरुआत की है। https://eswasthyadham.uk.gov.in/ पर उपलब्ध ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल, एक ऐसा पोर्टल है, जो चारधाम तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य पैरामीटरों की निगरानी में मदद करता है। नतीजतन, यह यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों की यात्रा सुगम होना सुनिश्चित करता है- जिसे एक साथ चारधाम यात्रा कहा जाता है।

ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल तीर्थयात्रियों को कई तरह के लाभ प्रदान करता है और उनमें से एक है एबीएचए (आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता) बनाना। तीर्थयात्री आसानी से ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल पर सिर्फ़ 1-2 मिनट में 14-अंकों से अपना एबीएचए बना सकते हैं।

तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, यह प्लेटफ़ॉर्म सुनिश्चित करता है कि सुरक्षित और सुगम यात्रा के लिए उनके स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए, खासकर वरिष्ठ नागरिकों के लिए।

चारधाम तीर्थस्थल अधिक ऊंचाई पर स्थित हैं, इसलिए ठंड के मौसम और कम ऑक्सीजन के स्तर के कारण हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और श्वसन रोग, मधुमेह आदि जैसे उच्च ऊंचाई से संबंधित स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों पर नज़र रखना महत्वपूर्ण है।

एबीडीएम के एक हिस्से के रूप में एबीएचए का निर्माण यात्रियों के लिए एक मजबूत और भरोसेमंद पहचान स्थापित करेगा, जो उनके स्वास्थ्य रिकॉर्ड को डिजिटल रूप से प्रबंधित करने में मदद करेगा। यह आपातकाल के समय नागरिकों के लिए तत्काल उपलब्धता भी सुनिश्चित करेगा।

अब तक 65 करोड़ से ज़्यादा एबीएचए बनाए जा चुके हैं। एबीएचए नागरिकों के लिए कई तरह के फ़ायदे लेकर आता है, जिसमें उनके स्वास्थ्य रिकॉर्ड को सुरक्षित तरीके से स्टोर करना और प्रबंधित करना शामिल है। यह उन्हें डॉक्टर की सहमति से कहीं भी, कभी भी अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड को सुरक्षित तरीके से साझा करने की सुविधा भी देता है।

एबीएचए के ज़रिए नागरिक कई तरह के डिजिटल स्वास्थ्य लाभ उठा सकते हैं, जैसे कि पंजीकरण के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं पर लंबी कतारों से बचना और डॉक्टर से मिलने का समय लेना।

नागरिक https://eswasthyadham.uk.gov.in/login पर लॉगइन करके अपना एबीएचए बनाकर इस पोर्टल का लाभ उठा सकते हैं और यात्रा के नियमों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 104 भी स्थापित किया गया है।- PIB

Rajesh Pandey

newslive24x7.com टीम के सदस्य राजेश पांडेय, उत्तराखंड के डोईवाला, देहरादून के निवासी और 1996 से पत्रकारिता का हिस्सा। अमर उजाला, दैनिक जागरण और हिन्दुस्तान जैसे प्रमुख हिन्दी समाचार पत्रों में 20 वर्षों तक रिपोर्टिंग और एडिटिंग का अनुभव। बच्चों और हर आयु वर्ग के लिए 100 से अधिक कहानियां और कविताएं लिखीं। स्कूलों और संस्थाओं में बच्चों को कहानियां सुनाना और उनसे संवाद करना जुनून। रुद्रप्रयाग के ‘रेडियो केदार’ के साथ पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाईं और सामुदायिक जागरूकता के लिए काम किया। रेडियो ऋषिकेश के शुरुआती दौर में लगभग छह माह सेवाएं दीं। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया। जीवन का मंत्र- बाकी जिंदगी को जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक, एलएलबी संपर्क: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला, देहरादून, उत्तराखंड-248140 ईमेल: rajeshpandeydw@gmail.com फोन: +91 9760097344

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