अल्मोड़ा के मार्चुला में बस खाई में गिरी, 36 लोगों की मौत
देहरादून। अल्मोड़ा जिले के सल्ट तहसील क्षेत्र अंतर्गत मार्चुला के पास कूपी में बस के गहरी खाई में गिरने से 36 लोगों की मौत हो गई। दुर्घटना में 26 लोगों के घायल होने की सूचना है। दुर्घटनास्थल पर रेस्क्यू एवं बचाव अभियान चल रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए दुर्घटना की मजिस्ट्रियल जाँच के दिए निर्देश दिए हैं।
बताया जा रहा है कि बस नैनी डांडा से रामनगर जाते हुए खाई में गिर गई।
जनपद अल्मोड़ा के मार्चुला में हुई बस दुर्घटना में राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी देते कुमाऊँ कमिश्नर दीपक रावत ने बताया कि दुर्घटना में 36 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुई है।
बस दुर्घटना में गंभीर रूप से घायलों को एम्स ऋषिकेश और सुशीला तिवारी अस्पताल के लिए एयर लिफ्ट किया गया है।
गंभीर रूप से छह घायलों को एयर एंबुलेंस से एम्स ऋषिकेश तथा एक घायल को एसटीएच हल्द्वानी एयर एंबुलेंस के माध्यम से तथा पांच अन्य घायलों को 108 एंबुलेंस से एसटीएच हल्द्वानी भेजा गया। पांच घायलों को उनके परिजनों की मांग पर अन्य चिकित्सालयों में पंहुचाया गया। नौ घायल रामनगर चिकित्सालय में भर्ती हैं, जिनका उपचार जारी है।
दुर्घटनास्थल पर स्थानीय प्रशासन, एसडीआरएफ व एनडीआरएफ तेजी से राहत एवं बचाव कार्य में लगे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुर्घटना में मृतकों की आत्मा की शांति एवं शोकाकुल परिवारजनों को दुख की इस घड़ी में दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।
मुख्यमंत्री धामी ने तत्काल मुआवजे का ऐलान करते हुए इस हादसे में हताहत हुए लोगों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये और घायलों को ₹एक-एक लाख मुआवजे की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की भी कामना की है।
मुख्यमंत्री ने रामनगर चिकित्सालय में भर्ती घायलों का हालचाल जाना तथा उनके बेहतर उपचार के लिए आवश्यक निर्देश भी सीएमओ व अन्य चिकित्सकों को दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक घायल व्यक्ति को बेहतर से बेहतर उपचार मिले। अगर उन्हें हायर सेन्टर भेजने की आवश्यकता है तो एयर एंबुलेंस से तत्काल भेजा जाए। इस दौरान मुख्यमंत्री घायलों के परिजनों से भी मिले तथा उन्हें घायलों को बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध कराने को लेकर आश्वस्त कराया।
घटना की सूचना के तुरंत बाद आयुक्त कुमाऊं/सचिव मुख्यमंत्री श्री दीपक रावत व अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। इससे पूर्व आयुक्त ने रामनगर चिकित्सालय में भर्ती घायलों का हाल जाना। उन्होंने चिकित्सकों को घायलों का बेहतर उपचार करने के निर्देश दिए।