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आप जब इंटरनेट पर कुछ सर्च करते हैं या खरीदारी के लिए किसी प्रोडक्ट को देखते हैं तो इसके बाद आप जिस भी वेबसाइट को सर्च करते हैं या फिर सोशल मीडिया पर ही आपके सामने उसी प्रोडक्ट के विज्ञापन आने लगते हैं। मान लीजिए, आपने ऑनलाइन शॉपिंग की वेबसाइट पर कैमरे या फिर शूज या किसी और वस्तु की खरीदारी के लिए क्लिक किया। कुछ देर बाद आपने ब्राउजर को बंद किया और अपने मोबाइल पर किसी वेबसाइट या फिर सोशल मीडिया में व्यस्त हो गए। आपके मोबाइल की स्क्रीन पर उन्हीं प्रोडक्ट्स के विज्ञापन दिखाई देने लगते हैं, जिनको कुछ देर पहले आपने क्लिक किया था या उनकी बेवसाइट पर सर्च किया था।
ऐसा कुकीज की वजह से होता है। पहले हम कुकीज के बारे में जानते हैं, आखिर ये क्या होते हैं। इंटरनेट पर कुछ सर्च करते हुए जब आप कोई वेबसाइट खोलते हैं तो ब्राउजर पर कुकीज से परिचित होते हैं।
कुकीज़ डेटा के छोटे-छोटे टुकड़े होते हैं (Cookies are small pieces of data), जिन्हें वेबसाइट्स आपके कंप्यूटर या डिवाइस पर तब स्टोर करती हैं जब आप उन पर जाते हैं। ये विभिन्न उद्देश्यों को पूरा करते हैं, जिनमें आपके ब्राउज़िंग अनुभव को बेहतर बनाना, आपकी प्राथमिकताओं को याद रखना और वेबसाइटों को यह विश्लेषण करने में मदद करना शामिल है कि उपयोगकर्ता उनकी सामग्री के साथ कैसे इंटरेक्ट करते हैं।
कुकीज़ आमतौर पर आपके कंप्यूटर की हार्ड ड्राइव पर या आपके डिवाइस की मेमोरी में टेक्स्ट फ़ाइलों के रूप में स्टोर होते हैं। कुकीज़ विभिन्न कार्य कर सकते हैं, जैसे लॉग इन को जानकारी याद रखना, शॉपिंग कार्ट आइटम स्टोर करना और उपयोगकर्ता की प्राथमिकताओं को ट्रैक करना। इनमें से कुछ कुकीज के बारे में जानते हैं-
Session Cookies अस्थायी होते हैं, जब आप अपना ब्राउज़र बंद करते हैं तो ये हट जाते हैं। इनका उपयोग अक्सर सेशन की जानकारी बनाए रखने के लिए किया जाता है, जैसे आपको किसी वेबसाइट में लॉग इन रखना।
Persistent Cookies आपके ब्राउज़र बंद करने के बाद भी लगातार आपके डिवाइस पर बनी रहती हैं। ये लॉग इन क्रेडेंशियल, भाषा प्राथमिकताएं और भविष्य की यात्राओं के लिए अन्य सेटिंग्स जैसी जानकारी स्टोर कर सकते हैं। जैसे कि, मैं हिन्दी वेबसाइट को प्राथमिकता देता हूं। मैं हिन्दी में खबरें पढ़ने के लिए खास वेबसाइट पर सर्च करता हूं। जब भी मैं वेबसाइट पर सर्च करूंगा तो मुझे भाषा का चुनाव नहीं करना पड़ेगा। हमारी इन प्राथमिकताओं हमें ऑनलाइन विज्ञापन दिखते हैं, जो हमारी चुनी हुई भाषा में होते हैं।
First-party Cookies उस वेबसाइट द्वारा निर्धारित की जाती हैं जिस पर आप जा रहे हैं, जबकि Third-party Cookies बाहरी सेवाओं, जैसे विज्ञापनदाताओं या विश्लेषण प्रदाताओं द्वारा निर्धारित की जाती हैं। वेबसाइट्स अक्सर दोनों के combination का उपयोग करती हैं।
Tracking Cookies कुछ कुकीज़ विभिन्न वेबसाइटों पर उपयोगकर्ता के व्यवहार को ट्रैक करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। इनका उपयोग अक्सर विज्ञापन और विश्लेषण उद्देश्यों के लिए किया जाता है। हालाँकि वे personalized content प्रदान करने के लिए फायदेमंद हो सकते हैं, लेकिन वे गोपनीयता संबंधी चिंताएँ भी पैदा करते हैं।
Browser Settings अधिकतर वेब ब्राउज़र उपयोगकर्ताओं को कुकी सेटिंग्स को नियंत्रित करने की अनुमति देते हैं। आप सभी कुकीज़ को ब्लॉक करना चुन सकते हैं, उन्हें केवल विश्वसनीय साइटों से स्वीकार कर सकते हैं, या कुकी स्वीकार करने से पहले संकेत दिया जा सकता है।
Privacy Concerns गोपनीयता संबंधी विचारों के कारण, वेबसाइट्स कुकीज़ का उपयोग कैसे करती हैं, इसके संबंध में जांच और रेगुलेशन बढ़ गया है। कई वेबसाइट्स अब कुकी सहमति नोटिस प्रदान करती हैं, जिससे उपयोगकर्ताओं को कुछ प्रकार की कुकीज़ को स्वीकार या अस्वीकार करने का विकल्प मिलता है।
यह जानना महत्वपूर्ण है कि वेबसाइटों पर कुकीज़ का उपयोग कैसे किया जाता है और यह समझने के लिए गोपनीयता नीतियों की समीक्षा करना महत्वपूर्ण है कि आपका डेटा कैसे एकत्र और उपयोग किया जा रहा है। ध्यान रखें कि कुकीज़ को पूरी तरह से अक्षम करने से वेबसाइटों पर कुछ सुविधाओं तक पहुंचने की आपकी क्षमता प्रभावित हो सकती है।
एक लेख के अनुसार, गूगल क्रोम ब्राउजर का उपयोग करने वाले एक फीसदी लोगों के लिए थर्ड पार्टी कुकीज को प्रतिबंधित करेगा। क्रोम दुनियाभर में सबसे ज्यादा लोकप्रिय ब्राउजर है। माना जा रहा है, इस साल के अंत तक गूगल सभी क्रोम यूजर्स के लिए थर्ड पार्टी कुकीज को समाप्त कर देगा।
विश्व के 600 अरब डॉलर वार्षिक ऑनलाइन विज्ञापन उद्योग के इतिहास में यह सबसे बड़े बदलावों में से एक होगा। गूगल द्वारा थर्ड पार्टी कुकीज का सपोर्ट बंद किए जाने संबंधी निर्णय से ऑनलाइन विज्ञापन के बाजार में बड़ी हलचल मची है।
यह हलचल इसलिए भी है, क्योंकि यूजर्स क्या चाहते हैं, यह जानना बाजार के लिए महत्वपूर्ण है और बाजार यह सभी जानकारियां इंटरनेट यानी ब्राउजिंग डाटा से मालूम करता है। यूजर्स की प्राथमिकताओं या गतिविधियों को कुकीज के माध्यम से वेबसाइट्स पर ट्रैक किया जाता है। हालांकि कुकीज के माध्यम से वेब यूजर्स की प्राथमिकताओं की जानकारी लेना निजता का उल्लंघन हैं।
अब, जब लोग अपनी निजता के प्रति बहुत जागरूक हुए हैं तो गूगल ने थर्ड पार्टी कुकीज का प्रयोग चरणबद्ध तरीके से बंद करना शुरू कर दिया है। हालांकि यह केवल क्रोम यूजर्स के लिए होगा। इससे इंटरनेट उपयोगकर्ताओं, जिनकी संख्या अरबों में है, को वो विज्ञापन कम दिखाई देंगे, जो उनकी ऑनलाइन ब्राउजिंग प्राथमिकताओं का हिस्सा हैं।