
Uttarakhand Teachers Protest : ग्रीष्मावकाश में समर कैंप से शिक्षकों में रोष, निरस्त करने की मांग
Uttarakhand Teachers Protest 2025
- शिक्षकों का विरोध: ग्रीष्मावकाश (27 मई-2 जून 2025) में भारतीय भाषा समर कैंप के आयोजन पर शिक्षकों में गहरा रोष।
- ज्ञापन: रायपुर के उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने कैंप निरस्त करने के लिए उप शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
- ग्रीष्मावकाश का महत्व: शिक्षकों को 30 उपार्जित अवकाश के बदले ग्रीष्मावकाश मिलता है, जो पूर्व निर्धारित कार्यों के लिए जरूरी है।
रायपुर, देहरादून, 24 मई 2025
Uttarakhand Teachers Protest 2025: उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ, रायपुर ने स्कूलों में ग्रीष्मावकाश (27 मई-2 जून 2025) में भारतीय भाषा समर कैंप के आयोजन को लेकर रोष व्यक्त किया। कैंप निरस्त करने की मांग को लेकर शिक्षक संघ ने उप शिक्षा अधिकारी हेमलता गौड़ उनियाल को ज्ञापन सौंपा। शिक्षकों ने कैंप को तत्काल निरस्त करने की मांग की, क्योंकि यह उनके पूर्व नियोजित कार्यों और अवकाश को प्रभावित कर रहा है।
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शिक्षकों की मांग और समस्याएँ
संघ के अध्यक्ष अरविंद सिंह सोलंकी ने कहा कि शिक्षकों को अन्य कर्मचारियों की तरह 30 उपार्जित अवकाश के बदले ग्रीष्मावकाश मिलता है, जिसका उपयोग पूर्व निर्धारित कार्यों के लिए करते हैं। समर कैंप के कारण यह अवकाश बाधित हो रहा है, जिससे शिक्षकों को आर्थिक नुकसान और मानसिक तनाव हो रहा है। उन्होंने कैंप को अनिवार्य करने के आदेश पर गहरा रोष जताया और इसे निरस्त करने की मांग की।
ज्ञापन सौंपने वालों में अरविंद सिंह सोलंकी (अध्यक्ष), बिनोद असवाल (मंत्री), प्रशांत सकलानी (कोषाध्यक्ष), और अन्य पदाधिकारी शामिल थे।
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