
Shaifali Rawat Blind Football World Championship: उत्तराखंड की बेटी शेफाली रावत ने किया कमाल
IBSA वीमेन ब्लाइंड फुटबॉल वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारतीय टीम को दिलाया 5वां स्थान
Shaifali Rawat Blind Football World Championship: कोच्चि, केरल: उत्तराखंड की प्रतिभाशाली खिलाड़ी शेफाली रावत ने हाल ही में संपन्न हुए 2025 IBSA Women’s Blind Football World Championship में भारतीय टीम की कप्तानी करते हुए शानदार प्रदर्शन किया है। 5 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक केरल के कोच्चि शहर में चले इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में, शेफाली रावत के नेतृत्व में इंडियन ब्लाइंड फुटबॉल टीम ने इतिहास रचते हुए पाँचवाँ स्थान हासिल किया।
Shaifali Rawat Blind Football World Championship: शेफाली रावत के लिए यह टूर्नामेंट कई मायनों में ऐतिहासिक रहा। वह न केवल टीम की कप्तान थीं, बल्कि उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता और खेल कौशल का अद्भुत प्रदर्शन किया।
महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ:
- कप्तानी की बागडोर: यह वर्ल्ड चैंपियनशिप का दूसरा संस्करण था। पहले संस्करण में इंग्लैंड के बर्मिंघम में टीम का प्रतिनिधित्व करने के बाद, दूसरे ही संस्करण में उन्हें टीम की कमान संभालने का मौका मिला।
- सर्वाधिक गोल स्कोरर: शेफाली ने टूर्नामेंट में भारतीय टीम के लिए सबसे अधिक 3 गोल किए। इस प्रदर्शन के साथ ही वह भारत की महिला टीम के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गोल करने वाली खिलाड़ी भी बन गई हैं।
- टीम का प्रदर्शन: टीम ने उनकी कप्तानी में लीग मैचों में कड़ा संघर्ष किया और प्ले-ऑफ में बेहतरीन खेल दिखाया।
मैचों का विवरण:
भारतीय टीम ने टूर्नामेंट में चुनौतीपूर्ण मुकाबले खेले:
- पहला मैच: ब्राजील से कड़े मुकाबले में 1-0 से हार का सामना करना पड़ा।
- दूसरा मैच: पोलैंड को शानदार प्रदर्शन करते हुए 2-0 से हराया। इस जीत में शेफाली के अलावा अक्षरा राणा ने भी एक महत्वपूर्ण गोल किया।
- अंतिम लीग मैच: इंग्लैंड से 2-1 से हार का सामना करना पड़ा।
- 5वें स्थान के लिए प्ले-ऑफ: टीम ने अपनी क्षमता दिखाते हुए तुर्की को 1-0 से पराजित किया और सम्मानजनक पाँचवाँ स्थान हासिल किया।
पैरा ओलम्पिक का सपना
शैफाली के कोच नरेश सिंह नयाल ने बताया, इस उपलब्धि पर शेफाली रावत ने अपनी भविष्य की महत्वाकांक्षाएं भी साझा कीं। उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि ब्लाइंड फुटबॉल को जल्द ही पैरा ओलम्पिक खेलों में शामिल किया जाए, और वह उस मंच पर भी भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करना चाहती हैं।
शेफाली रावत और उनकी टीम का यह प्रदर्शन देश में ब्लाइंड फुटबॉल को बढ़ावा देने और युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करने में मील का पत्थर साबित होगा।













