agricultureFeaturedfoodUttarakhand

रुद्रप्रयाग जिले में मंडुवा, झंगोरा और चौलाई-सोयाबीन के छह खरीद केंद्र खोले

जिलाधिकारी के निर्देश पर खोले खरीद केंद्रों पर मंडुवा 2700 रुपये प्रति कुंतल खरीदा जाएगा

रुद्रप्रयाग। किसानों से मंडुवा, झंगोरा, चौलाई व सोयाबीन की खरीद के लिए रुद्रप्रयाग जिले में छह खरीद केंद्र बनाए गए हैं। बहुउद्देशीय प्रारंभिक कृषि ऋण सहकारी समिति लिमिटेड के ये केंद्र बरसूड़ी, चौक बाजार, अंद्रवाड़ी, डांगी जाखाल, उत्तर्सू व कंडाली में स्थापित किए गए हैं।

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देश पर इन क्रय केंद्रों पर सहकारी समितियां, किसानों से दो हजार सात सौ रुपए प्रति कुंतल की दर से मंडुवा, दो हजार पांच सौ रुपए की दर से झंगोरा, पांच हजार की दर से चौलाई तथा सोयाबीन चार हजार रुपए प्रति कुंतल की दर से खरीदेंगी। जिलाधिकारी ने बताया, पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी सहकारी समितियों के माध्यम से 15 अक्टूबर, 2022 से 15 दिसंबर, 2022 तक मंडुवा, झंगोरा एवं चौलाई खरीद की जाएगी।

 

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button