
उत्तराखंड में दुर्गम स्कूलों के लिए एक हजार अतिथि शिक्षकों की भर्ती होगीः डॉ. धन सिंह रावत
One thousand guest teachers will be recruited for remote schools of Uttarakhand: Dr. Dhan Singh Rawat
देहरादून। न्यूज लाइव ब्यूरो
शिक्षा विभाग के अंतर्गत विभाग विषयों में रिक्त पदों के सापेक्ष एक हजार नये अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इस संबंध में सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को अपने-अपने जनपदों में रिक्त पदों की सूचना तत्काल निदेशालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। इन अतिथि शिक्षकों को प्रदेश के पर्वतीय व दुर्गम श्रेणी के विद्यालयों में तैनात किया जाएगा, ताकि दुर्गम क्षेत्र के विद्यालयों में पठन-पाठन बिना किसी व्यवधान के चल सके।
दिल्ली दौरे से लौटने के बाद, विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने देहरादून स्थित शासकीय आवास पर शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए अतिथि शिक्षकों की भर्ती के निर्देश अधिकारियों को दिए।
उन्होंने कहा कि पूर्व में राज्य कैबिनेट ने शिक्षकों की कमी को देखते हुए प्रदेशभर के राजकीय विद्यालयों में विभिन्न विषयों के 5200 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की मंजूरी दी थी, जिसके सापेक्ष विभाग ने 4200 अतिथि शिक्षकों की ही नियुक्ति की है।
विभागीय मंत्री ने कहा कि पूर्व में स्वीकृत सूची में से शेष 1000 अतिथि शिक्षकों को गणित, विज्ञान एवं अंग्रेजी विषय में नियुक्ति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सभी जनपदों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों से उक्त विषयों में रिक्त पदों की सूचना निदेशालय में एक सप्ताह के भीतर मंगा ली जाए।
बैठक में मंत्री डॉ. रावत ने डी श्रेणी के विद्यालयों में निर्माण कार्य की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को सभी जनपदों से डीपीआर मंगाकर शीघ्र शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, उन्होंने कामकाज में लापरवाही बरतने वाली कार्यदायी संस्थाओं के खिलाफ कार्यवाही कर उनके स्थान पर नई कार्यदायी संस्था का प्रस्ताव शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्माण कार्य की मॉनिटरिंग के लिए निदेशालय व शासन स्तर के अधिकारियों को एक-एक जनपद की जिम्मेदारी सौंपी। स्वीकृत बजट को समय पर खर्च किया जा सके।
बैठक में महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, अपर सचिव शिक्षा रंजना राजगुरू, एमएम सेमवाल, निदेशक एससीईआरटी वंदना गर्ब्याल, निदेशक माध्यमिक शिक्षा महावीर सिंह बिष्ट, अपर परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा डॉ. मुकुल सती सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।