Creativity

तुम छू लेना आसमां…..

सोच पा रही हूँ सखी

अनिता मैठाणी

क्या सोचती हो तुम

सोचते हुए अतल गहराइयों तक चली जाती हो।

क्यूं-क्या हुआ ऐसा, पूछती हो उससे।

कुछ दिया नहीं ऐसा!

 

पर तुमने भी – तो उससे कभी कोई

शिकायत नहीं की, जिरह नहीं की,

शायद इसीलिए तुम्हारी और परीक्षा

का एक दौर शुरू हुआ है।

 

कमजोर नहीं पड़ना, हिम्मत नहीं हारना,

ना ही हारने देना

लड़ना है वक्त, साथ हैं लड़खड़ाते कदम

हिम्मत नहीं हारना।

जीवट रही हो तुम हरदम

लड़खड़ाना मत,

हौसलों की उड़ान साथ लिए

तुम दौड़ पड़ना फिर से

उन पहाड़ के शिखरों तक,

जिनको गुरूर है कि, तुम छू नहीं सकती

उनके नील गगन को छूते मस्तक ।

 

कमजोर नहीं पड़ना, हिम्मत नहीं हारना।

सबको साथ ले लेना,

अकेले में जी घबराये तो।

डरना नहीं,

आवाज देना अपनों को!

क्या मिला ये मत सोचना!

जो है सब अच्छा है,

जो होगा सब अच्छा होगा।

 

इसी सोच के साथ रोज जगना;

जगाते रहना जीने की चाह,

फिर आयेंगे चाह के परिणाम

नई ऊर्जा भरी स्फूर्ति के रूप में

बस जगाते रहना जीने की चाह।

  • अनिता मैठाणी

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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