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विश्व मधुमेह दिवस

ओडिशा और उसका पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल जल्द ही संयुक्त सुरक्षा अभ्यास का आयोजन करेंगे, जिसे 630 किलोमीटर लंबे समुद्र तट पर तटीय सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए ‘सागर कवच’ नाम दिया गया है। यह एक वास्तविक समय सुरक्षा अभ्यास है, जो सुरक्षा मानकों के प्रभाव और विभिन्न सुरक्षा बलों की तैयारी की जांच के उद्देश्य से आयोजित किया जाएगा। भारतीय नौसेना, समुद्री पुलिस बल, भारतीय तट रक्षक (आईसीजी), वन विभाग, मत्स्य पालन और जिला प्रशासन इस अभ्यास में शामिल होंगे।

विश्व मधुमेह दिवस (डब्ल्यूडीडी) 14 नवंबर को मनाया जाता है, ताकि दुनियाभर के लोगों के बीच बेहतर मधुमेह प्रबंधन को बढ़ावा दिया जा सके। 2017 की थीम “महिला और मधुमेह – हमारे स्वस्थ भविष्य के लिए हमारा अधिकार” है।

बुक्सा टाइगर रिजर्व (बीटीआर) पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के बुक्सा नेशनल पार्क में स्थित है। 760 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल वाला पार्क शेर, हाथी, लाल जंगल मुर्गी आदि का प्रवास है।

भारत का पहला जनजातीय उद्यमिता शिखर सम्मेलन 14 नवंबर, 2017 को छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में दंतेवाड़ा में अमेरिकी सरकार की साझेदारी में नीति आयोग ने आयोजित कराया। यह आयोजन भारत में आयोजित 8 वें वैश्विक उद्यमिता शिखर सम्मेलन का हिस्सा है। शिखर सम्मेलन का उद्घाटन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री वाईएस चौधरी ने किया। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य आदिवासी युवाओं में उद्यमशीलता की भावना को प्रोत्साहित करना और बढ़ावा देना है। 

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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