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52वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के लिए मीडिया का पंजीकरण शुरू

नई दिल्ली। 52वां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) गोवा में 20 नवंबर से 28 नवंबर, 2021 तक होगा। कोविड-19 की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, यह आयोजन हाइब्रिड स्वरूप (लोग इस कार्यक्रम को स्वयं उपस्थित रहकर और ऑनलाइन भी देख सकेंगे) में किया जाएगा।

आईएफएफआई में दुनियाभर के समकालीन और क्लासिक फिल्मों में से बेहतरीन फिल्मों का कोलॉज पेश किया जाएगा।

यह महोत्सव दुनिया के जाने-माने फिल्मकारों, अभिनेताओं, तकनीशियनों, आलोचकों, अकादमीशियनों और फिल्मों के शौकीन लोगों का स्वागत करेगा। ये सभी फिल्मों के प्रदर्शन, प्रस्तुतिकरण, दिग्गजों के व्याख्यानों, पैनल चर्चाओं, सह-निर्माण, संगोष्ठी आदि के जरिये फिल्म निर्माण की कला का समारोह मनाएंगे।

52वें आईएफएफआई में जो मीडिया प्रतिनिधि व्यक्तिगत तौर पर शामिल होना चाहते हैं, वे अब https://my.iffigoa.org/extranet/media/ पर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। लिंक में पत्र सूचना कार्यालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार मीडिया प्रत्ययन दिया जाएगा।

आवेदक की आयु एक जनवरी, 2021 को 21 वर्ष से अधिक होनी चाहिए और उसे आईएफएफआई जैसे प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों की कवरेज करने का कम से कम तीन वर्षों का प्रोफेशनल अनुभव होना चाहिए।

जनहित में यह सिफारिश की जाती है कि आवेदक को कोविड-19 का टीका लगा होना चाहिए; जिन आवेदकों को टीके की पहली या दोनों खुराकें लग चुकी हैं, वे प्रतिनिधि पंजीकरण पोर्टल पर अपना टीकाकरण प्रमाणपत्र अपलोड करें।

पंजीकरण 14 नवंबर, 2021 को आधी रात में बंद हो जाएगा

ऑनलाइन भागीदारी के लिए अवसर

इस वर्ष जनवरी में आयोजित 51वें आईएफएफआई की तरह, 52वें आयोजन में भी महोत्सव सम्बन्धी गतिविधियों में वर्चुअल माध्यम से शामिल होने का अवसर दिया जाएगा। कई फिल्मों को ऑनलाइन दिखाया जाएगा।

पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) द्वारा आयोजित सभी आईएफएफआई प्रेस कॉन्फ्रेंसों की पीआईबी के यू-ट्यूब चैनल youtube.com/pibindia पर लाइव-स्ट्रीमिंग होगी। इसके अलावा पत्रकारों के सवाल पूछने की सुविधा भी ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी।

वर्चुअल प्लेटफार्म के लिए पंजीकरण की घोषणा शीघ्र की जाएगी

आईएफएफआई के बारे में

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) की स्थापना 1952 में की गई थी। यह एशिया का अत्यंत महत्वपूर्ण फिल्म महोत्सव है। इसका आयोजन वार्षिक रूप से होता है। मौजूदा समय में यह आयोजन गोवा में किया जाता है।

महोत्सव का उद्देश्य दुनियाभर के सिनेमा को एक साझा मंच उपलब्ध कराना है, ताकि फिल्म कला की उत्कृष्टता सामने आए, दुनिया के विभिन्न हिस्सों में वहां के सामाजिक और सांस्कृतिक ताने-बाने को प्रकट करने वाली फिल्मों को समझने-जानने का मौका मिले तथा दुनिया के लोगों के बीच मैत्री और सहयोग को प्रोत्साहन मिले।

महोत्सव का आयोजन फिल्म महोत्सव निदेशालय (सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन) और गोवा राज्य सरकार मिलकर करते हैं।

52वें आईएफएफआई संबंधी सभी जरूरी अपडेट को पीआईबी की वेबसाइट (pib.gov.in) और महोत्सव की वेबसाइट www.iffigoa.org पर देखा जा सकता है।

इसके अलावा आईएफएफआई के ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम के हैंडलों पर तथा पीआईबी गोवा के सोशल मीडिया हैंडल पर भी देखा जा सकता है।

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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