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बाल अधिकार सप्ताह हौसला 16 से

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (डब्ल्यूसीडी) 16 से 20 नवंबर तक बाल अधिकार सप्ताह हौसला 2017 मनाएगा। इस अवसर पर बाल संसद, पेंटिंग प्रतियोगिता, एथलेटिक्स, फुटबॉल, शतरंज प्रतियोगिता और भाषण लेखन सहित विभिन्न आयोजन होंगे। हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस और 20 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस मनाया जाता है।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने उर्दू को राज्य की दूसरी आधिकारिक भाषा घोषित किया है। राज्य के हर कार्यालय में अब उर्दू बोलने वाला एक अधिकारी होगा। रिपोर्ट के मुताबिक राज्य सरकार जनता से याचिकाएं प्राप्त करने के लिए अगले 60 दिन में सभी कार्यालयों में उर्दू अधिकारियों की नियुक्ति करेगी और उन्हें उर्दू में जवाब दिया जाएगा। सभी प्रतियोगी परीक्षा भी उर्दू में आयोजित की जाएगी।
राष्ट्रीय कानून सेवा दिवस (एनएलएसडी) 9 नवंबर को हर साल मनाया जाता है, ताकि सभी लोगों को भारत में कानूनी सेवाओं के कार्यों और उनकी गतिविधियों के बारे में पता हो। सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया (एससीआई) ने 1995 में समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को सहायता और सहायता प्रदान करने के लिए इसकी शुरुआत की थी।

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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