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उत्तराखंड में उड्डयन मंत्रालय का क्षेत्रीय उड़ान कार्यक्रम शुरू

देहरादून। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल डॉ. वीके सिंह (सेवानिवृत्त) ने फिक्की और उत्तराखंड राज्य सरकार के सहयोग से नागरिक उड्डयन मंत्रालय के क्षेत्रीय उड़ान कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

इस मौके पर उत्तराखंड में देहरादून के जौली ग्रांट हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन भी किया गया और नए उड़ान मार्गों को हरी झंडी दिखाई गई।

325 करोड़ रुपये की परियोजना लागत के साथ विकसित नया टर्मिनल भवन 28,729 वर्गमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और यह व्यस्त समय के दौरान 1,200 यात्रियों के लिए व्यवस्था में सक्षम होगा, जिससे इस हवाई अड्डे की क्षमता आठ गुना बढ़ जाएगी।

उद्घाटन समारोह में नागरिक उड्डयन मंत्री सिंधिया ने कहा, ”यह हवाई अड्डा उत्तराखंड के लिए प्रगति के नए द्वार खोलेगा।” उन्होंने देहरादून-पिथौरागढ़-देहरादून, पिथौरागढ़-हिंडन-पिथौरागढ़ और पंतनगर-पिथौरागढ़-पंतनगर सेक्टर पर तीन नए हवाई मार्गों के साथ ही, राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों को जोड़ने के लिए 18 नए हेली मार्गों की भी घोषणा की।

इस मौके पर देहरादून-हल्द्वानी-पंतनगर-पिथौरागढ़-पंतनगर-हल्द्वानी-देहरादून सेक्टर और चिन्यालीसौड़-सहस्रधारा-चिन्यालीसौड़ सेक्टर के लिए हेलीकाप्टर सेवा को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। हेलीकॉप्टर सेवा क्रमशः पवन हंस और हेरिटेज एविएशन ने उपलब्ध कराएंगे।

सिंधिया ने दून ड्रोन मेले का शुभारंभ किया

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री, जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. वीके सिंह ने देहरादून में दून ड्रोन मेला 2021 का शुभारंभ किया। सिंधिया ने पैराग्लाइडिंग के प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया और दून ड्रोन मेले में प्रोटोटाइप का प्रदर्शन करने वाली कंपनियों के साथ बातचीत भी की।

इस अवसर पर, सिंधिया ने कहा, “हम ड्रोन के इस्तेमाल से मिलने वाले अपार अवसरों को पहचानते हैं। भारत सरकार एक उदार ड्रोन नीति और उत्पादन संबद्ध प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना की शुरुआत के साथ इसे सक्षम करने की दिशा में काम कर रही है। हम उत्तराखंड सरकार से देहरादून को एयरोस्पोर्ट्स और भारत के ड्रोन हब के रूप में विकसित करने की दिशा में काम करने का अनुरोध करते हैं।”

इस दौरान ड्रोन और एयरोस्पोर्ट्स प्रदर्शन किए गए। इनमें सीमा सुरक्षा बल का पैराग्लाइडिंग प्रदर्शन, हर्ष सचान का पैरामोटर प्रदर्शन और आईओटेकवर्ल्ड एविएशन और दक्ष का कृषि छिड़काव संबंधी ड्रोन प्रदर्शन शामिल थे।

इस कार्यक्रम में ड्रोन एप्लिकेशन एंड रिसर्च सेंटर (डीएआरसी) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) ने स्वदेशी रूप से 3 डी-प्रिंटेट ड्रोन के साथ आपातकालीन खोज और प्रतिक्रिया ड्रोन प्रदर्शन भी शामिल था। इसके बाद स्वामित्व योजना के तहत आरव अनमैन्ड सिस्टम्स (एयूएस) द्वारा एक संक्षिप्त सर्वेक्षण ड्रोन प्रदर्शन के साथ-साथ स्कवाड्रन लीडर वर्षा कुकरेती (सेवानिवृत्त) द्वारा एक प्रशिक्षण ड्रोन प्रदर्शन किया गया।

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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