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द्विपक्षीय व्यापार पर आइसलैंड के उच्चायुक्त की सीएम से मुलाकात

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शुक्रवार को उनके आवास पर आइसलैंंड के उच्चायुक्त गुडनी ब्रैगसन ने भेंट की।

मुख्यमंत्री और आइसलैंड के उच्चायुक्त के बीच राज्य के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई है, जिसमें दोनों पक्षों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और सांस्कृतिक प्रचार, शिक्षा, पर्यटन, फिशरीज, ग्रीन एनर्जी के रूप में भूतापीय ऊर्जा एवं अन्य संभावनाओं पर चर्चा की गई।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन एवं तीर्थाटन के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। इस दिशा में राज्य सरकार का विशेष फोकस है। शिक्षा के क्षेत्र में उत्तराखंड अग्रणी राज्यों में शामिल है।

अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। राज्य में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए ‘‘एक जनपद, दो उत्पाद’’ योजना चलाई जा रही है।

आइसलैंड के उच्चायुक्त गुडनी ब्रैगसन ने पर्यटन, शिक्षा, स्वरोजगार, आत्मनिर्भर भारत की दिशा में राज्य सरकार के कार्यों की सराहना की।

इस अवसर पर शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय, इंडो आइसलैंडिक बिजनेस एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रसून दीवान, डिप्टी चीफ मिशन सिगथोर, दीप्ति रावत, सचिव अमित नेगी, दिलीप जावलकर, एमडी सिडकुल रोहित मीणा आदि उपस्थित थे।

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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