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राजभाषा में सर्वाधिक कार्यों के लिए डॉ. अनुपम, अमित चौहान, संजय पंत को प्रथम पुरस्कार

राजभाषा नियमों के बारे में जागरूक करने एवं कंप्यूटर पर हिंदी ई-टूल्स के प्रयोग के लिए कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम

देहरादून। 08 मार्च ,2025

नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, देहरादून (कार्यालय-2) ने एक दिवसीय हिन्दी कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कौलगढ़ रोड स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, देहरादून में किया।

इस अवसर पर हिन्दी में सर्वाधिक कार्य करने वाले अधिकारियों को पुरस्कार प्रदान किए गए। वैज्ञानिक वर्ग में डॉ. अनुपम बड़, वैज्ञानिक; तकनीकी वर्ग में इंजीनियर अमित चौहान, सहायक मुख्य तकनीकी अधिकारी तथा प्रशासनिक वर्ग में संजय पंत, सहायक प्रशासनिक अधिकारी ने अपनी श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया ।

हिंदी कार्यशाला सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, देहरादून (कार्यालय-2)  के अंतर्गत आने वाले कार्यालयों तथा भाकृअनुप-भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, देहरादून के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को राजभाषा नियमों के बारे में जागरूक करना एवं कंप्यूटर पर हिंदी में सरकारी कामकाज करने में उपयोगी हिंदी ई-टूल्स के बारे में जानकारी देना था ।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि चंदन सुशील साजन, महाप्रबंधक, ओएनजीसी एवं सचिव, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, देहरादून (कार्यालय-2) उपस्थित हुए । भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान के राजभाषा उप निदेशकआशुतोष कुमार तिवारी ने कार्यक्रम के विषय में विस्तार से बताया। संस्थान के हिन्दी भाषा के विकास के लिए किए गए कार्यों की विस्तृत चर्चा की।

प्रथम सत्र में आशुतोष कुमार तिवारी ने पावर प्वाइंट प्रेज़न्टेशन के माध्यम से राजभाषा अधिनियम 1963 की समस्त धाराओं, संसदीय राजभाषा समिति प्रश्नावली, भेजे जाने वाले मूल पत्रों (ईमेल सहित), व्यक्तिशः आदेश, प्रशिक्षण प्रदान करने का माध्यम एवं सामग्री आदि विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। इसके बाद, प्रश्नोत्तरी सत्र में प्रतिभागियों के प्रश्नों के विस्तारपूर्वक उत्तर दिए।

मुख्य अतिथि चंदन सुशील साजन ने  उप-निदेशक आशुतोष कुमार तिवारी के राजभाषा हिन्दी के उत्थान, प्रचार प्रसार के किए जा रहे प्रयासों की सराहना की तथा संस्थान द्वारा समय समय पर हिन्दी प्रतियोगिताओं के आयोजन पर बधाई दी।

मुख्य अतिथि ने विभिन्न श्रेणियों में अक्तूबर से दिसम्बर, 2024 तिमाही के दौरान हिन्दी में सर्वाधिक कार्य करने वाले अधिकारियों को पुरस्कार प्रदान किए। वैज्ञानिक वर्ग में डॉ. अनुपम बड़, वैज्ञानिक; तकनीकी वर्ग में इंजीनियर अमित चौहान, सहायक मुख्य तकनीकी अधिकारी तथा प्रशासनिक वर्ग में संजय पंत, सहायक प्रशासनिक अधिकारी ने अपनी श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया ।

द्वितीय सत्र में सहायक मुख्य तकनीकी अधिकारी इंजीनियर अमित चौहान ने पावरपॉइंट प्रेज़न्टेशन  के माध्यम से हिन्दी ई-टूल्स पर जानकारी दी। विंडोज़ में उपलब्ध हिन्दी फॉन्ट का डाउनलोड एवं उपयोग, हिन्दी अनुवाद के लिए उपलब्ध ई-टूल्स तथा स्पीच टू टेक्स्ट पर जानकारी दी।

कार्यशाला दो सत्रों में डॉ.वी.वी. ध्रुव नारायण संगोष्ठी कक्ष में आयोजित की गई।

प्रयोगात्मक सत्र संस्थान की कंप्यूटर लैब में आयोजित किया गया, जिसमे हिन्दी ई-टूल्स पर प्रतिभागियों ने अभ्यास किया।

इस हिन्दी कार्यशाला में तेल और प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, केन्द्रीय विद्यालय, आर.ई.सी.  लिमिटेड, नेशनल इन्श्योरेन्स कंपनी, एन. एस. टी. आई., केन्द्रीय रेशम बोर्ड, भारतीय खाद्य निगम, भारतीय मानक ब्यूरो, सिपैट तथा भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान के 85 हिन्दी अधिकारियों, वैज्ञानिकों, अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया ।

इस कार्यक्रम में डॉ जे.एम.एस. तोमर, विभागाध्यक्ष, पादप विज्ञान, डॉ अम्बरीष कुमार, प्रधान वैज्ञानिक, इंजीनियर एस. एस. श्रीमाली, वरिष्ठ वैज्ञानिक हरविरेंदर सिंह, तकनीकी अधिकारी मीनाक्षी पंत, वैयक्तिक सहायक आदि उपस्थित रहे।

समापन भाषण में उप-निदेशक, राजभाषा आशुतोष कुमार तिवारी ने संस्थान के निदेशक डॉ एम. मधु को आयोजन के लिए तथा सभी प्रतिभागियों का प्रतिभाग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

Rajesh Pandey

मैं राजेश पांडेय, उत्तराखंड के डोईवाला, देहरादून का निवासी और 1996 से पत्रकारिता का हिस्सा। अमर उजाला, दैनिक जागरण और हिन्दुस्तान जैसे प्रमुख हिन्दी समाचार पत्रों में 20 वर्षों तक रिपोर्टिंग और एडिटिंग का अनुभव। बच्चों और हर आयु वर्ग के लिए 100 से अधिक कहानियां और कविताएं लिखीं। स्कूलों और संस्थाओं में बच्चों को कहानियां सुनाना और उनसे संवाद करना मेरा जुनून। रुद्रप्रयाग के ‘रेडियो केदार’ के साथ पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाईं और सामुदायिक जागरूकता के लिए काम किया। रेडियो ऋषिकेश के शुरुआती दौर में लगभग छह माह सेवाएं दीं। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया। बाकी जिंदगी को जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक, एलएलबी संपर्क: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला, देहरादून, उत्तराखंड-248140 ईमेल: rajeshpandeydw@gmail.com फोन: +91 9760097344

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