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डीएम ने सभी विद्यालयों में जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए दिसंबर तक का समय दिया

जिलाधिकारी के निर्देश पर सीईओ ने बुलाई प्रधानाचार्यों की बैठक, स्कूलों में संसाधनों पर जोर दिया गया

देहरादून। न्यूज लाइव ब्यूरो

देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देश पर उत्कर्ष कार्यक्रम के तहत शैक्षिक परिदृश्य में सुधार लाने के लिए शनिवार को नगर निगम सभागार में मुख्य शिक्षाधिकारी ने एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। बैठक में जिले के सभी राजकीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, हाई स्कूल और इंटर कॉलेजों के प्रधानाचार्यों ने भाग लिया।

मुख्य शिक्षा अधिकारी ने की अध्यक्षता

बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार रावत ने कहा कि उत्कर्ष कार्यक्रम जिलाधिकारी की एक सार्थक पहल है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन में विद्यालय प्रमुखों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सभी स्तरों पर संवाद की आवश्यकता पर जोर दिया।

शिक्षकों की भूमिका अहम

रावत ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता के लिए प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, हाई स्कूल, इंटर और उच्च शिक्षा के बीच संवाद होना आवश्यक है। शासकीय विद्यालयों में उच्च योग्यता धारक शिक्षक हैं। उन्हें विद्यालयों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराकर शिक्षा के उत्कृष्ट केंद्र बनाया जा सकता है।

शिक्षकों को दूरस्थ क्षेत्रों के बच्चों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्कर्ष कार्यक्रम के तहत हर विद्यालय में व्हाइट बोर्ड, एलईडी बल्ब, फर्नीचर और खेल सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। बच्चों को नशे जैसी बुराइयों से दूर रखने और उनकी ऊर्जा को रचनात्मक कार्यों में लगाने के लिए प्रेरित करना होगा।

उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी ने इस प्रोजेक्ट की डेडलाइन दिसंबर माह रखी है। निर्देश के अनुपालन में सभी अपने विद्यालयों में सक्रियता से उत्कर्ष प्रोजेक्ट की कार्यवाही करेंगे।

अन्य अधिकारियों ने भी दिए सुझाव

जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक भुवनेश्वर जदली ने प्रधानाचार्यों को विद्यालय में निष्पक्ष निर्णय लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बच्चों को एनएमएमएस और डॉ शिवानंद नौटियाल छात्रवृत्ति के लिए प्रेरित करने पर जोर दिया। खंड शिक्षा अधिकारी रायपुर हेमलता गौड़,डायट देहरादून के विपिन भट्ट सहित अन्य अधिकारियों ने भी बच्चों की रचनात्मक क्षमता और सर्वांगीण विकास के लिए सुझाव दिए।

इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी विकासनगर विनीता रानी कठैत, खंड शिक्षा अधिकारी डोईवाला धनवीर सिंह बिष्ट तथा खंड शिक्षा अधिकारी रायपुर पीएल भारती और बीईओ चकराता ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन राजकीय इंटर कालेज बड़ोवाला के प्रधानाचार्य शैलेश कुमार श्रीवास्तव ने किया।- सूचना स्रोत- कार्यालय जिला सूचना अधिकारी देहरादून।

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Rajesh Pandey

उत्तराखंड के देहरादून जिला अंतर्गत डोईवाला नगर पालिका का रहने वाला हूं। 1996 से पत्रकारिता का छात्र हूं। हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश आज भी जारी है। लगभग 20 साल हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। बच्चों सहित हर आयु वर्ग के लिए सौ से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। स्कूलों एवं संस्थाओं के माध्यम से बच्चों के बीच जाकर उनको कहानियां सुनाने का सिलसिला आज भी जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। रुद्रप्रयाग के खड़पतियाखाल स्थित मानव भारती संस्था की पहल सामुदायिक रेडियो ‘रेडियो केदार’ के लिए काम करने के दौरान पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया। सामुदायिक जुड़ाव के लिए गांवों में जाकर लोगों से संवाद करना, विभिन्न मुद्दों पर उनको जागरूक करना, कुछ अपनी कहना और बहुत सारी बातें उनकी सुनना अच्छा लगता है। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम के स्वच्छता का संदेश देने की पहल की। छह माह ढालवाला, जिला टिहरी गढ़वाल स्थित रेडियो ऋषिकेश में सेवाएं प्रदान कीं। बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी संपर्क कर सकते हैं: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला जिला- देहरादून, उत्तराखंड-248140 राजेश पांडेय Email: rajeshpandeydw@gmail.com Phone: +91 9760097344

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