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Lok Sabha Chunav 2024: गलत सूचनाएं रोकेगा Myth vs Reality Register

विश्वसनीय और प्रामाणिक चुनाव संबंधी जानकारी के लिए वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म

नई दिल्ली। न्यूज लाइव

निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान गलत सूचना के प्रसार को रोकने और चुनावी प्रक्रिया की सत्‍यनिष्‍ठा को बनाए रखने के लिए मंगलवार को ‘मिथक बनाम वास्तविकता (Myth vs Reality) Register लांच किया है।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ निर्वाचन सदन, नई दिल्ली में इसका शुभारंभ किया।

मिथक बनाम वास्तविकता रजिस्टर’ चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट (https://mythvsreality.eci.gov.in/) के माध्यम से जनता के लिए उपलब्ध है।

रजिस्टर के तथ्यात्मक मैट्रिक्स को नवीनतम सटीक और सत्‍यापित जानकारी व प्रश्‍नोत्‍तरी को शामिल करने के लिए नियमित रूप से अपडेट किया जाएगा।

‘मिथक बनाम वास्तविकता रजिस्टर’ की शुरुआत चुनाव प्रक्रिया को गलत सूचना से बचाने के लिए निर्वाचन आयोग के जारी प्रयासों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आम चुनाव 2024 के लिए कार्यक्रम की घोषणा पर एक संवाददाता सम्‍मेलन के दौरान चुनावी सत्‍यनिष्‍ठा के लिए धन, बाहुबल और आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के साथ-साथ गलत सूचना को एक चुनौती के रूप में पहचाना है।

विश्व स्तर पर कई लोकतंत्रों में गलत सूचना और फर्जी खबरों का प्रसार बढ़ती चिंता का विषय है। इस देखते हुए निर्वाचन आयोग की अभिनव और सक्रिय पहल यह सुनिश्चित करने का एक प्रयास है कि मतदाताओं को चुनावी प्रक्रिया के दौरान सटीक और प्रामाणिक जानकारी मिल सके।

‘मिथक बनाम वास्तविकता रजिस्टर’ चुनाव अवधि के दौरान प्रसारित मिथकों और गलत जानकारी को दूर करने के लिए व्‍यापक तथ्यात्मक जानकारी प्रदान करता है ताकि मतदाता को संपूर्ण जानकारी उपलब्‍ध हो।

यह रजिस्टर पहले से ही चुनाव से संबंधित फर्जी जानकारी, सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर प्रसारित संभावित मिथकों, महत्वपूर्ण विषयों पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और सभी हितधारकों के लिए विभिन्न खंड के तहत संदर्भ सामग्री प्रदान करता है। रजिस्टर को नियमित आधार पर अपडेट किया जाएगा।

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सभी हितधारकों को मिथक बनाम वास्तविकता रजिस्टर में दी गई जानकारी के साथ किसी भी चैनल के माध्यम से उनके द्वारा प्राप्त किसी भी संदिग्ध जानकारी को सत्यापित और पुष्टि करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

इस मंच का उपयोग जानकारी को सत्यापित करने, गलत सूचना के प्रसार को रोकने, मिथकों को दूर करने और आम चुनाव 2024 के दौरान प्रमुख मुद्दों के बारे में अवगत रहने के लिए किया जा सकता है। उपयोगकर्ता रजिस्टर से विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जानकारी भी साझा कर सकते हैं।- साभार PIB

Rajesh Pandey

उत्तराखंड के देहरादून जिला अंतर्गत डोईवाला नगर पालिका का रहने वाला हूं। 1996 से पत्रकारिता का छात्र हूं। हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश आज भी जारी है। लगभग 20 साल हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर मानव भारती संस्था में सेवाएं शुरू कीं, जहां बच्चों के बीच काम करने का अवसर मिला। संस्था के सचिव डॉ. हिमांशु शेखर जी ने पर्यावरण तथा अपने आसपास होने वाली घटनाओं को सरल भाषा में कहानियों के माध्यम से प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया। बच्चों सहित हर आयु वर्ग के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। स्कूलों एवं संस्थाओं के माध्यम से बच्चों के बीच जाकर उनको कहानियां सुनाने का सिलसिला आज भी जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। रुद्रप्रयाग के खड़पतियाखाल स्थित मानव भारती संस्था की पहल सामुदायिक रेडियो ‘रेडियो केदार’ के लिए काम करने के दौरान पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया। सामुदायिक जुड़ाव के लिए गांवों में जाकर लोगों से संवाद करना, विभिन्न मुद्दों पर उनको जागरूक करना, कुछ अपनी कहना और बहुत सारी बातें उनकी सुनना अच्छा लगता है। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम के स्वच्छता का संदेश देने की पहल की। छह माह ढालवाला, जिला टिहरी गढ़वाल स्थित रेडियो ऋषिकेश में सेवाएं प्रदान कीं। जब भी समय मिलता है, अपने मित्र मोहित उनियाल व गजेंद्र रमोला के साथ पहाड़ के गांवों की यात्राएं करता हूं। ‘डुगडुगी’ नाम से एक पहल के जरिये, हम पहाड़ के विपरीत परिस्थितियों वाले गांवों की, खासकर महिलाओं के अथक परिश्रम की कहानियां सुनाना चाहते हैं। वर्तमान में, गांवों की आर्थिकी में खेतीबाड़ी और पशुपालन के योगदान को समझना चाहते हैं। बदलते मौसम और जंगली जीवों के हमलों से सूनी पड़ी खेती, संसाधनों के अभाव में खाली होते गांवों की पीड़ा को सामने लाने चाहते हैं। मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए ‘डुगडुगी’ नाम से प्रतिदिन डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे। यह स्कूल फिलहाल संचालित नहीं हो रहा है। इसे फिर से शुरू करेंगे, ऐसी उम्मीद है। बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी वर्तमान में मानव भारती संस्था, देहरादून में सेवारत संपर्क कर सकते हैं: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला जिला- देहरादून, उत्तराखंड-248140 राजेश पांडेय Email: rajeshpandeydw@gmail.com Phone: +91 9760097344

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