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कोविड-19: राष्‍ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) यूजी मई-2020 स्‍थगित

नई दिल्ली। कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण अभिभावकों और छात्रों को हुई कठिनाइयों के मद्देनजर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने आगामी नीट (यूजी) मई 2020 की परीक्षा को स्थगित कर दिया है। यह परीक्षा 3 मई 2020 को आयोजित होनी थी।

एनटीए ने बताया कि अब परीक्षा मई 2020 के अंतिम सप्ताह में आयोजित करने का प्रस्ताव है। इसके लिए तिथि की घोषणा मौजूदा परिस्थिति के आकलन के बाद की जाएगी। तदनुसार इस परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे। हालांकि प्रवेश पत्र 27 मार्च 2020 को जारी किए जाने थे, लेकिन अब 15 अप्रैल 2020 के बाद की स्थिति के आकलन के बाद ही किए जाएंगे।

एनटीए ने छात्रों और अभिभावकों से परीक्षा के बारे में चिंता नहीं करने का अनुरोध किया है। साथ ही माता-पिता से यह भी अनुरोध किया गया है कि वे छात्रों को परीक्षा की तैयारी के लिए इस समय का उपयोग करने में मदद करें और यदि तैयारी में कोई कमी रह गई हो तो उसे दूर करने पर ध्यान दें। एनटीए छात्रों को ताजा जानकारी उपलब्‍ध कराती रहेगी और किसी भी बदलाव के लिए पर्याप्त समय के साथ सूचित करेगी।

अभ्यर्थी और उनके माता-पिता को नवीनतम अपडेट के लिए  http://ntaneet.nic.in  और www.nta.ac.inपर नजर रखने की सलाह दी जाती है। उन्हें उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर/ ईमेल-आईडी के माध्यम से व्यक्तिगत तौर पर भी सूचित किया जा रहा है। अभ्यर्थी किसी अन्‍य स्पष्टीकरण के लिए 8700028512, 8178359845, 9650173668, 9599676953, 8882356803 पर संपर्क कर सकते हैं।

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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