
Kanwar Mela Preparations 2025: 11 जुलाई से कांवड़ मेला, बड़े डीजे साउंड पर प्रतिबंध
कांवड़ मेला 2025: मुख्य सचिव ने दिए तैयारियों को अंतिम रूप देने के निर्देश
Kanwar Mela Preparations 2025: देहरादून, 23 जून, 2025ः मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में कांवड़ मेला 2025 की तैयारियों का जायजा लिया गया। मुख्य सचिव ने सभी विभागों और कार्यदायी संस्थाओं को मेले से संबंधित सभी तैयारियां समय पर पूरी करने के निर्देश दिए।
उन्होंने स्पष्ट किया कि व्यवस्थित कांवड़ मेले में बाधा डालने वालों, जैसे नशे में लिप्त, उत्पात मचाने वाले या हिंसक प्रवृत्ति को बढ़ावा देने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, मेले के दौरान बड़े डीजे साउंड पर प्रतिबंध रहेगा।
कांवड़ मेला की प्रमुख तिथियां
आयोजन | तिथि |
कांवड़ मेला की अवधि | 11 जुलाई से 23 जुलाई |
पंचक अवधि | 13 से 17 जुलाई |
डाक कांवड़ | 20 से 23 जुलाई |
जलाभिषेक (श्रावण शिवरात्रि) | 23 जुलाई |
प्रमुख निर्देश और जिम्मेदारियां:
- नगर निकाय: नियमित साफ-सफाई, शौचालय और पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।
- जल संस्थान: पेयजल की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करेगा।
- खाद्य सुरक्षा विभाग: खानपान की चीजों की नियमित निगरानी करेगा।
- पूर्ति विभाग: किसी भी तरह की ओवर-रेटिंग पर लगाम लगाएगा।
मुख्य सचिव ने चेतावनी दी कि साफ-सफाई, पेयजल व्यवस्था, पार्किंग आदि में किसी भी तरह की लापरवाही पर संबंधित विभाग और कार्यदायी संस्था के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने संबंधित कार्यदायी संस्थाओं के साथ समय पर बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने को भी कहा। सिंचाई विभाग को विभिन्न स्नान घाटों और पुलों पर बेहतर साफ-सफाई और आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
हरिद्वार की तैयारियों का विवरण (Kanwar Mela Preparations 2025)
बैठक में हरिद्वार के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कांवड़ मेले के सफल संचालन के लिए की गई तैयारियों का विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया। इसमें यातायात व्यवस्था, पार्किंग, भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था शामिल थे। यातायात प्रबंधन के लिए विभिन्न रूट, स्थायी-अस्थायी पार्किंग और रूट डायवर्जन प्लान भी प्रस्तुत किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, हरिद्वार ने बताया कि मेला प्रबंधन के लिए पूरे क्षेत्र को 16 सुपर जोन, 37 जोन और 134 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। कांवड़ मेले के संचालन से जुड़ी चुनौतियों, उनसे निपटने के लिए आवश्यक स्थायी-अस्थायी निर्माण कार्यों और संबंधित बजट प्रावधानों की भी जानकारी दी गई। देहरादून, पौड़ी और टिहरी जनपदों ने भी अपनी तैयारियों और बजटीय आवश्यकताओं से अवगत कराया।
बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक वी. मुरुगेशन, आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडेय, महानिरीक्षक के. एस. नगन्याल सहित हरिद्वार, देहरादून, पौड़ी व टिहरी के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।