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जुलाई में देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना

जुलाई 2024 के लिए वर्षा और तापमान का मासिक पूर्वानुमान जारी

नई दिल्ली।  न्यूज लाइव

पूरे देश में जुलाई 2024 के दौरान मासिक वर्षा सामान्य से अधिक (एलपीए का 106 प्रतिशत से अधिक) रहने की संभावना है। जुलाई के दौरान, देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है। इसमें पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्से और उत्तर-पश्चिम, पूर्व और दक्षिण-पूर्व प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्से शामिल नहीं हैं, जहां सामान्य से कम वर्षा होने की संभावना है।

एलपीए (Long period average rainfall) एक निश्चित अंतराल के दौरान किसी विशिष्ट क्षेत्र में दर्ज की गई वर्षा की औसत मात्रा को संदर्भित करता है जो एक महीना या एक मौसम हो सकता है। इस औसत की गणना एक विस्तारित अवधि में की जाती है, जो आमतौर पर 30 साल या 50 साल तक फैली होती है।

जुलाई 2024 के दौरान, देश के कई हिस्सों में मासिक न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। उत्तर-पश्चिम के कुछ हिस्से और मध्य भारत के आस-पास के क्षेत्र और दक्षिण- पूर्वी प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्से शामिल नहीं हैं, जहां सामान्य से कम न्यूनतम तापमान होने की संभावना है।

पश्चिमी तट को छोड़कर उत्तर-पश्चिम भारत और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है। मध्य भारत, पूर्व और उत्तर-पूर्व भारत और पश्चिमी तट के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान रहने की संभावना है।

समुद्र की सतह का तापमान (एसएसटी) – वर्तमान में भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर पर एल नीनो- दक्षिणी दोलन (ईएनएसओ) तटस्थ स्थितियां देखी जा रही हैं। भूमध्यरेखीय पश्चिमी और मध्य प्रशांत महासागर में समुद्र की सतह का तापमान (एसएसटी) औसत से अधिक है, और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में औसत से कम है। नवीनतम मानसून मिशन जलवायु पूर्वानुमान प्रणाली (एमएमसीएफएस) संकेत देती है कि मानसून के मौसम के दूसरे भाग के दौरान ला नीना की स्थितियां विकसित होने की संभावना है।

वर्तमान में, हिंद महासागर पर तटस्थ हिंद महासागर द्विध्रुव (आईओडी) की स्थितियां व्याप्त हैं।

नवीनतम जलवायु मॉडल पूर्वानुमान संकेत देते हैं कि मानसून के मौसम के दौरान तटस्थ आईओडी की स्थितियां जारी रहने की संभावना है।

भारत मौसमविज्ञान विभाग (आईएमडी) मौसम के दूसरे भाग (अगस्त + सितंबर 2024) के दौरान और जुलाई 2024 के अंत में अगस्त महीने के लिए वर्षा का पूर्वानुमान जारी करेगा।- PIB

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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