FeaturedUttarakhand

घटिया सड़क निर्माण मामले में लोनिवि के एई- जेई सस्पेंड

देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सख्त एक्शन लेते हुए घटिया सड़क निर्माण मामले में लोक निर्माण विभाग के दो अभियन्ताओं को निलम्बित करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग ने दोनों अभियन्ताओं को निलम्बित किए जाने के आदेश जारी कर दिए।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए दुगड्डा लोक निर्माण प्रांतीय खंड में लक्ष्मणझूला-कांडी-दुगड्डा-रथुवाढाब-धुमाकोट मोटर मार्ग के किमी 154-155 में घटिया सड़क निर्माण के मामले में सहायक अभियंता (एई) अजीत सिंह व जूनियर इंजीनियर(जेई) अनिल कुमार को सस्पेंड करने के निर्देश दिए थे।
मुख्यमंत्री ने इस मामले की जांच भी बैठा दी है। उन्होंने कड़ा संदेश देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार और लापरवाही को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राज्य सरकार स्वच्छ, पारदर्शी व ईमानदार प्रशासन के लिए प्रतिबद्ध है। जिस स्तर पर भी कमी पाई जाएगी, वहां सख्त से सख्त एक्शन लिया जाएगा।

Key Words- Chief Minister Tirath Singh Rawat, Engineers of Public Works Department, Laxmanjhula-Kandi-Dugadda-Rathuvadhab-Dhumakot motorway,

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button