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परेड ग्राउंड में बहुद्देशीय क्रीड़ा भवन में दरार व सीलन, सीएम ने दिए जांच के आदेश

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परेड ग्राउंड, देहरादून में निर्माणाधीन बहुद्देशीय क्रीड़ा भवन का औचक निरीक्षण किया। इस भवन में दरार एवं सीलन की समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी देहरादून को निर्माण कार्य की शीघ्र जाँच करने के निर्देश दिए।

क्वालिटी में कमी पर सख्त एक्शनः मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के प्रति किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कार्यों की गुणवत्ता में लापरवाही पर संबधित कार्यदाई संस्था के अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। परेड ग्राउंड में बन रहे बहुद्देशीय क्रीड़ा भवन का निर्माण पेयजल निर्माण निगम कर रहा है।

स्मार्ट सिटी के काम में तेजी लाने के निर्देशः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दौरान परेड ग्राउंड में स्मार्ट सिटी के तहत हो रहे कार्यों का निरीक्षण भी किया। कार्य की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि स्मार्ट सिटी के तहत परेड ग्राउंड में होने वाले निर्माण कार्यों को पूर्ण करने की समयावधि क्या रखी गई है, इसका पूरा विवरण प्रस्तुत किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्माण कार्यों में समय एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए।

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Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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