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युवा लेखकों के लिए ऑनलाइन प्रतियोगिता, अंतिम तिथि 31 जुलाई 2021

नई दिल्ली। नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी), शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के तहत माई गॉव प्लेटफॉर्म, युवा लेखकों के लिए प्रधानमंत्री की मेंटरशिप योजना के तहत दुनियाभर से युवाओं और महत्वाकांक्षी भारतीय लेखकों की भागीदारी के लिए ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है।

ऑनलाइन प्रतियोगिता 4 जून 2021 को शुरू की गई थी और यह 31 जुलाई 2021 तक जारी रहेगी।

युवा लेखकों के लिए प्रधानमंत्री की मेंटरशिप योजना देश के युवाओं में काफी पसंद की जा रही है।इस योजना का हिस्सा बनने के लिए, कई इच्छुक और उभरते लेखक अपनी प्रविष्टियां जमा करने और सरकार की इस अनूठी पहल से लाभान्वित होने के लिए आगे आ रहे हैं।

एनबीटीआईएनडीआईए.जीओवी.आईएन और माईगॉव.आईएन (nbtindia.gov.in तथा MyGov.in) के माध्यम से आयोजित की जा रही अखिल भारतीय प्रतियोगिता के माध्यम से 75 लेखकों का चयन किया जाएगा। आवेदन 31 जुलाई तक जमा किए जा सकते हैं और विजेताओं की घोषणा 15 अगस्त 2021 को की जाएगी। 19 जुलाई 2021 तक लगभग 5000 पुस्तकों के प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं।

शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग ने देश में पढ़ने, लिखने और पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने और विश्व स्तर पर भारत और भारतीय लेखन को प्रोजेक्ट करने के लिए युवा और नवोदित लेखकों (30 वर्ष से कम आयु) को प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से 29 मई 2021 को प्रधानमंत्री की मेंटरिंग युवा योजना की शुरुआत की थी।

युवा और भविष्य के बहुमुखी लेखक (युवा) इंडिया@75 परियोजना (आजादी का अमृत महोत्सव) का एक हिस्सा है, जो गुमनाम नायकों, स्वतंत्रता सेनानी, अज्ञात और भूले हुए स्थान और राष्ट्रीय आंदोलन में उनकी भूमिका और अन्य संबंधित विषयों पर अभिनव और रचनात्मक तरीके से लेखकों की युवा पीढ़ी के दृष्टिकोण को सामने लाता है।

इस प्रकार यह योजना लेखकों की एक धारा विकसित करने में मदद करेगी, जो भारतीय विरासत, संस्कृति और ज्ञान प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए इन विषयों पर विस्तार से लिख सकते हैं।

कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में शिक्षा मंत्रालय के तहत नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ इंडिया, योजना के चरणबद्ध निष्पादन को मेंटरशिप के सुपरिभाषित चरणों के तहत सुनिश्चित करेगा।

इस योजना के तहत तैयार की गई पुस्तकों का प्रकाशन नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ इंडिया करेगा। संस्कृति और साहित्य के आदान-प्रदान को सुनिश्चित करते हुए अन्य भारतीय भाषाओं में भी अनुवाद किया जाएगा, जिससे ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ को बढ़ावा मिलेगा।

चयनित युवा लेखकों को कुछ बेहतरीन और प्रसिद्ध लेखकों के साथ बातचीत करने, साहित्यिक उत्सवों आदि में भाग लेने का अवसर मिलेगा।

युवा (युवा और भविष्य के बहुमुखी लेखकोंकी मुख्य विशेषताएं 

  1. एक अखिल भारतीय प्रतियोगिता के माध्यम से कुल 75 लेखकों का चयन किया जाएगा।

  2. एनआईटी द्वारा गठित एक समिति द्वारा चयन किया जाएगा।

  3. प्रतियोगिता 4 जून से 31 जुलाई 2021 तक चलेगी।

  4. मेंटरशिप स्कीम के तहत एक उचित पुस्तक के रूप में विकसित होने की उपयुक्तता का आकलन करने के लिए प्रतियोगियों को 5,000 शब्दों की एक पांडुलिपि जमा करने के लिए कहा जाएगा।

  5. चयनित लेखकों के नामों की घोषणा 15 अगस्त 2021 को की जाएगी।

  6. मेंटरशिप के आधार पर चयनित लेखक मनोनीत मेंटर्स के मार्गदर्शन में अंतिम चयन के लिए पाण्डुलिपि तैयार करेंगे।

  7. विजेताओं की प्रविष्टियां 15 दिसंबर 2021 तक प्रकाशन के लिए तैयार की जाएंगी।

  8. प्रकाशित पुस्तकों का विमोचन 12 जनवरी 2022 को युवा दिवस या राष्ट्रीय युवा दिवस पर किया जा सकता है।

  9. प्रतियोगिता 1 जून 2021 को 30 वर्ष से कम आयु के भारत के नागरिकों के लिए खुली है।  भारत से बाहर रहने वाले भारतीय नागरिक जिनके पास पीआईओ कार्ड (भारतीय मूल का व्यक्ति) या भारतीय पासपोर्ट रखने वाले एनआरआई (अनिवासी भारतीय) हैं, वे भी प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं।

  10. मेंटरशिप योजना के तहत प्रति लेखक को छह महीने की अवधि के लिए 50,000 रुपये प्रति माह की एक समेकित छात्रवृत्ति का भुगतान किया जाएगा।

प्रतियोगिता समाप्त होने में बस कुछ ही दिन शेष हैं। उम्मीदवार अधिक जानकारी के लिए https://innovateindia.mygov.in/yuva/ या https://t.co/eq86MucRVH पर जा सकते हैं और अपनी प्रविष्टियां जमा कर सकते हैं।

Keywords:- Mentorship Scheme for Youth, MyGov platform, Ministry of Electronics & Information Technology (MeitY),National Book Trust (NBT), Ministry of Education, Young Indian writers, The PM’s Mentorship Scheme for Young Writers 

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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