
AIIMS Rishikesh ECHS scheme: ऋषिकेश, 10 जुलाई 2025: भारतीय सेना से सेवानिवृत्त पूर्व सैनिकों को अब एम्स ऋषिकेश में कैशलेस इलाज की सुविधा मिलेगी। संस्थान और सेना के उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में गुरुवार को इस महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजना का उद्घाटन किया गया।
इस योजना के तहत, उत्तराखंड के पूर्व सैनिक और उनके आश्रितों को निःशुल्क इलाज मिलेगा। एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने योजना का उद्घाटन करते हुए बताया कि ECHS (भूतपूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना) के अंतर्गत पूर्व सैनिकों को अस्पताल में इनडोर और आउटडोर दोनों तरह की सुपर स्पेशलिटी स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँगी।
AIIMS Rishikesh ECHS scheme
भारतीय सेना की ओर से उपस्थित जनरल ऑफिसर गिल ने पूर्व सैनिकों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रोफेसर मीनू सिंह और एम्स ऋषिकेश का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में उत्तराखंड में लगभग 4.5 लाख से अधिक पूर्व सैनिक और वीर नारियाँ निवास करती हैं, और वे सभी इस योजना से लाभान्वित हो सकेंगे।
योजना के नोडल अधिकारी डॉ. मोहित धींगरा ने जानकारी दी कि पूर्व सैनिकों को उनकी रैंक के आधार पर कैशलेस इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके लिए पंजीकरण और जानकारी प्राप्त करने हेतु अस्पताल के ओपीडी काउंटर के पास ही ECHS का एक विशेष काउंटर स्थापित किया गया है।
इस अवसर पर भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय की ओर से सेना की स्थानीय विंग के जनरल ऑफिसर आर्मी कमांडिंग सब एरिया मेजर जनरल आर. प्रेमराज, डीन एकेडमिक प्रोफेसर जया चतुर्वेदी, अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर बी. सत्या श्री, डीएमएस डॉ. रवि कुमार, डॉ. श्रीलोय मोहंती, भारतीय सैन्य अधिकारीगण कमांडेंट मिलिट्री हॉस्पिटल देहरादून ब्रिगेडियर परीक्षित, कमांडेंट मिलिट्री हॉस्पिटल रुड़की ब्रिगेडियर पी. तिवारी, डायरेक्टर रीजनल सेंटर ECHS देहरादून कर्नल जितेंद्र कुमार, कर्नल कंडवाल, कर्नल सिंह, एम्स के मुख्य सुरक्षा अधिकारी कमांडेंट अनिल चंद्र और आयुष्मान योजना के संजय त्रिपाठी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।













