
जंगलों में आग पर नियंत्रण के लिए मॉक ड्रिल, जन भागीदारी पर जोर दिया
सभी विभागों के साथ ही विभिन्न संगठनों, वन पंचायतों का सहयोग लिया जाएः मुख्यमंत्री
देहरादून। 13 फरवरी 2025
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को आई.टी.पार्क देहरादून स्थित राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, गृह मंत्रालय भारत सरकार तथा उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मॉक ड्रिल के दौरान वनाग्नि नियंत्रण के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि राज्य में वनाग्नि की चुनौतियों से निपटने के लिए वनाग्नि की पिछली घटनाओं में आई समस्याओं को ध्यान में रखते हुए आगे की योजनाएं बनाई जाएं।
वनाग्नि पर नियंत्रण के लिए जन भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
सभी विभागों के साथ ही सामाजिक संगठनों, गैर सरकारी संगठनों, महिला मंगल दलों, युवक मंगल दलों और वन पंचायतों का भी वनाग्नि की घटनाओं को रोकने में सहयोग लिया जाए।
वनों में आग लगाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वनाग्नि पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सभी विभागों को एकजुटता से कार्य करना होगा।
उन्होंने प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु को निर्देश दिए कि वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए सभी विभागों की भागीदारी सुनिश्चत करने के लिए पत्र जारी किया जाए।
वनाग्नि को रोकने के लिए शीतलाखेत मॉडल के साथ ही चाल-खाल, तलैया और अन्य प्रभावी उपायों पर कार्य किए जाएं।
इसके लिए, जलागम विभाग का भी सहयोग लिया जाए।
आधुनिक तकनीक के प्रयोग पर अधिक बल दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वनाग्नि से राज्य को अनेक चुनौतियों से जूझना पड़ता है। वन संपदा के नुकसान के साथ ही पशु हानि भी होती है।
उन्होंने कहा कि वनाग्नि पर नियंत्रण के लिए व्यापक स्तर पर नियमित जागरूकता अभियान चलाए जाए। नवाचारों पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से भी अपील की है कि वनाग्नि की घटनाओं को रोकने में सक्रिय भागीदारी निभाएं।
वनाग्नि पर नियंत्रण के लिए संयुक्त रूप से आयोजित इस मॉक ड्रिल में 06 जनपदों के 16 स्थान चिन्हित किए गए।
वनाग्नि के कारण विभिन्न परिस्थितियों का किस तरह समाधान करना है, रिस्पॉन्स टाइम कम करने, वनाग्नि को रोकने के लिए जन सहयोग और अन्य प्रभावी उपायों पर मॉक ड्रिल की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की मॉक ड्रिल से जरूर वनाग्नि के समय उस पर नियंत्रण पाने में मदद मिलेगी।
केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा वनाग्नि को रोकने के लिए राज्य को आधुनिक उपकरण देने पर भी मुख्यमंत्री ने आभार व्यक्त किया।