मखाना, जिसे फॉक्स नट भी कहा जाता है, भारत में उगने वाला एक अनूठा और स्वादिष्ट अनाज है। इसका इतिहास काफी पुराना है और यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा रहा है।
Featuredfood

मखाने की पौष्टिकता एवं स्वाद से भरपूर खास रेसिपीज़

बच्चों को खाने में कुछ अलग और चटपटा पसंद होता है, मखाने का स्नैक न केवल स्वादिष्ट है बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है

देहरादूनः न्यूज लाइव डेस्क

मखाना, जिसे फॉक्स नट भी कहा जाता है, भारत में उगने वाला एक अनूठा और स्वादिष्ट अनाज है। इसका इतिहास काफी पुराना है और यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा रहा है।

मखाने से जुड़ी रोचक बातें

  • पानी में उगता है: मखाना एक जलीय पौधा है, जो पानी में उगता है।
  • स्वास्थ्य लाभ: मखाने में प्रोटीन, फाइबर और कई प्रकार के विटामिन और खनिज होते हैं। यह वजन घटाने, पाचन में सुधार और हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
  • विभिन्न रूप: मखाने को विभिन्न रूपों में खाया जा सकता है, जैसे कि भुना हुआ, फूला हुआ, या मिठाई में मिलाकर।
  • भारतीय व्यंजन: मखाने का उपयोग कई भारतीय व्यंजनों में किया जाता है, जैसे कि खीर, हलवा, और चाट।

मखाने की कुछ स्वादिष्ट रेसिपी

  • भुने हुए मखाने: मखाने को थोड़ा सा नमक और काली मिर्च डालकर भुना जा सकता है। यह एक स्वादिष्ट और हेल्दी स्नैक है।
  • मखाने की खीर: दूध, चीनी और इलायची के साथ मखाने को मिलाकर एक स्वादिष्ट खीर बनाई जा सकती है।
  • मखाने का हलवा: मखाने को घी, चीनी और मेवे के साथ मिलाकर एक स्वादिष्ट हलवा बनाया जा सकता है।
  • मखाने की चाट: मखाने को दही, प्याज, टमाटर और चाट मसाले के साथ मिलाकर एक स्वादिष्ट चाट बनाई जा सकती है।

मखाने की कुछ स्वादिष्ट रेसिपी

मखाना एक बहुमुखी अनाज है जिसका उपयोग कई तरह की व्यंजन बनाने में किया जा सकता है। आइए कुछ स्वादिष्ट और आसान मखाने की रेसिपी जानते हैं:

1. मसालेदार भुने हुए मखाने:

  • सामग्री: मखाना, तेल, हींग, जीरा, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, गरम मसाला, नमक
  • विधि:
    • मखाने को धोकर सुखा लें।
    • एक कड़ाही में तेल गरम करें और हींग डालें।
    • जीरा डालकर चटकने दें।
    • मखाने डालकर लगातार चलाते हुए सुनहरा होने तक भूनें।
    • लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, गरम मसाला और नमक डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
    • ठंडा होने के बाद एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें।

यह भी पढ़ें- टमाटर महंगा होने से पहले करें ये तैयारी, नहीं होगी कोई परेशानी

2. मखाने की खीर:

  • सामग्री: मखाना, दूध, चीनी, इलायची पाउडर, किशमिश
  • विधि:
    • मखाने को धोकर सुखा लें।
    • दूध को उबाल लें।
    • उबलते हुए दूध में मखाने डालकर धीमी आंच पर पकाएं।
    • जब मखाने गल जाएं तो चीनी और इलायची पाउडर डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
    • किशमिश डालकर 2-3 मिनट और पकाएं।
    • ठंडा करके सर्व करें।

यह भी पढ़ें- गुणकारी पपीताः मीठे स्वाद के साथ सेहत का खजाना कुछ खास रेसिपी के साथ

3. मखाने का हलवा:

  • सामग्री: मखाना, घी, चीनी, सूजी, मेवे (काजू, बादाम)
  • विधि:
    • मखाने को धोकर सुखा लें और घी में सुनहरा होने तक भून लें।
    • सूजी को भी घी में सुनहरा होने तक भून लें।
    • चीनी और थोड़ा सा पानी मिलाकर चाशनी बना लें।
    • भुने हुए मखाने और सूजी को चाशनी में मिलाएं।
    • कटे हुए मेवे डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
    • ठंडा करके सर्व करें।

4. मखाने की चाट:

  • सामग्री: मखाने, दही, प्याज, टमाटर, हरी मिर्च, चाट मसाला
  • विधि:
    • भुने हुए मखाने को दही, बारीक कटा हुआ प्याज, टमाटर, हरी मिर्च और चाट मसाले के साथ मिलाएं।
    • पुदीने की पत्ती से गार्निश करें और तुरंत सर्व करें।

5. मखाने की सब्जी:

  • सामग्री: मखाना, प्याज, टमाटर, मटर, मसाले (हल्दी, धनिया पाउडर, गरम मसाला)
  • विधि:
    • प्याज और टमाटर को बारीक काट लें।
    • एक कड़ाही में तेल गरम करें और प्याज को सुनहरा होने तक भूनें।
    • टमाटर डालकर पकाएं।
    • मटर और मखाने डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
    • मसाले डालकर पानी डालकर पकाएं।
    • जब सब्जी गाढ़ी हो जाए तो गैस बंद कर दें।

मीठी रेसिपीज़

  • गुड़ के मखाने: मखाने को घी में भूनकर गुड़ की चाशनी में मिलाएं। आप इसमें थोड़ी सी इलायची पाउडर भी डाल सकते हैं।
  • मखाने का बर्फी: मखाने को पीसकर दूध, चीनी और मेवे मिलाकर बर्फी बनाएं।
  • मखाने की चाशनी: मखाने को पानी में उबालकर चीनी डालें। जब चाशनी गाढ़ी हो जाए तो इसमें इलायची और केसर डालें।

नमकीन रेसिपीज़

  • मखाने की चाट: भुने हुए मखाने को दही, प्याज, टमाटर, हरी मिर्च, चाट मसाला और पुदीने की पत्ती के साथ मिलाएं।
  • मखाने की सब्जी: मखाने को प्याज, टमाटर, मटर, गाजर और मसालों के साथ पकाएं। आप इसमें पनीर भी मिला सकते हैं।
  • मखाने का पकौड़ा: मखाने के पेस्ट को बेसन, हरी मिर्च और धनिया पत्ती के साथ मिलाकर पकौड़े बनाएं।

अन्य रेसिपीज़

  • मखाने का मिल्कशेक: मखाने को दूध, केले और शहद के साथ ब्लेंड करके मिल्कशेक बनाएं।
  • मखाने का दही: दही में भुने हुए मखाने, नमक और जीरा पाउडर मिलाएं।
  • मखाने का सूप: मखाने को सब्जियों और मसालों के साथ उबालकर सूप बनाएं।

यह भी पढ़ें-Food History: आलू के बारे में इतने सारी जानकारियां आपको चौंका देंगी

बच्चों को पसंद आएगी ये मजेदार मखाने की रेसिपी!

मखाने का चटपटा स्नैक

बच्चों को खाने में कुछ अलग और चटपटा पसंद होता है। ये मखाने का स्नैक न केवल स्वादिष्ट है बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है।

सामग्री:

  • मखाना – 1 कप
  • तेल – 2 टेबलस्पून
  • हींग – एक चुटकी
  • जीरा – 1/2 टीस्पून
  • लाल मिर्च पाउडर – 1/4 टीस्पून
  • चाट मसाला – 1/4 टीस्पून
  • नमक स्वादानुसार
  • नींबू का रस – 1/2 नींबू का

विधि:

  1. मखाने को धोकर सुखा लें।
  2. एक कड़ाही में तेल गरम करें और हींग डालें।
  3. जीरा डालकर चटकने दें।
  4. मखाने डालकर लगातार चलाते हुए सुनहरा होने तक भूनें।
  5. लाल मिर्च पाउडर, चाट मसाला और नमक डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
  6. नींबू का रस डालकर सर्व करें।

क्यों बच्चों को पसंद आएगा:

  • यह स्नैक बहुत ही क्रंची और स्वादिष्ट होता है।
  • इसमें चटपटा स्वाद बच्चों को बहुत पसंद आएगा।
  • यह एक हेल्दी स्नैक है जो बच्चों को पोषण भी देता है।

टिप्स:

  • आप इस स्नैक में अपनी पसंद के अनुसार अन्य मसाले भी डाल सकते हैं जैसे कि अमचूर पाउडर या गरम मसाला।
  • आप चाहें तो इस स्नैक को दही के साथ भी सर्व कर सकते हैं।
  • बच्चों को आकर्षित करने के लिए आप इसे अलग-अलग रंगीन कटोरे में सजा सकते हैं।

अन्य मजेदार विकल्प:

  • मखाने का पनीर टिक्का: मखाने को पनीर के साथ मिलाकर टिक्के बनाएं और तंदूर में या ओवन में सेंक लें।
  • मखाने का मैगी: मैगी बनाने के दौरान आखिर में भुने हुए मखाने डाल दें।
  • मखाने की चाट: मखाने को दही, प्याज, टमाटर, हरी मिर्च और चाट मसाले के साथ मिलाकर चाट बनाएं।

टिप्स:

  • मखाने को भूनते समय धीमी आंच पर भूनें ताकि ये जलें नहीं।
  • आप अपनी पसंद के अनुसार मखाने में अन्य सब्जियां और मसाले भी मिला सकते हैं।

Images and content Source- Gemini AI Generated

ई बुक के लिए इस विज्ञापन पर क्लिक करें

Rajesh Pandey

उत्तराखंड के देहरादून जिला अंतर्गत डोईवाला नगर पालिका का रहने वाला हूं। 1996 से पत्रकारिता का छात्र हूं। हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश आज भी जारी है। लगभग 20 साल हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर मानव भारती संस्था में सेवाएं शुरू कीं, जहां बच्चों के बीच काम करने का अवसर मिला। संस्था के सचिव डॉ. हिमांशु शेखर जी ने पर्यावरण तथा अपने आसपास होने वाली घटनाओं को सरल भाषा में कहानियों के माध्यम से प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया। बच्चों सहित हर आयु वर्ग के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। स्कूलों एवं संस्थाओं के माध्यम से बच्चों के बीच जाकर उनको कहानियां सुनाने का सिलसिला आज भी जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। रुद्रप्रयाग के खड़पतियाखाल स्थित मानव भारती संस्था की पहल सामुदायिक रेडियो ‘रेडियो केदार’ के लिए काम करने के दौरान पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया। सामुदायिक जुड़ाव के लिए गांवों में जाकर लोगों से संवाद करना, विभिन्न मुद्दों पर उनको जागरूक करना, कुछ अपनी कहना और बहुत सारी बातें उनकी सुनना अच्छा लगता है। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम के स्वच्छता का संदेश देने की पहल की। छह माह ढालवाला, जिला टिहरी गढ़वाल स्थित रेडियो ऋषिकेश में सेवाएं प्रदान कीं। जब भी समय मिलता है, अपने मित्र मोहित उनियाल व गजेंद्र रमोला के साथ पहाड़ के गांवों की यात्राएं करता हूं। ‘डुगडुगी’ नाम से एक पहल के जरिये, हम पहाड़ के विपरीत परिस्थितियों वाले गांवों की, खासकर महिलाओं के अथक परिश्रम की कहानियां सुनाना चाहते हैं। वर्तमान में, गांवों की आर्थिकी में खेतीबाड़ी और पशुपालन के योगदान को समझना चाहते हैं। बदलते मौसम और जंगली जीवों के हमलों से सूनी पड़ी खेती, संसाधनों के अभाव में खाली होते गांवों की पीड़ा को सामने लाने चाहते हैं। मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए ‘डुगडुगी’ नाम से प्रतिदिन डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे। यह स्कूल फिलहाल संचालित नहीं हो रहा है। इसे फिर से शुरू करेंगे, ऐसी उम्मीद है। बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी वर्तमान में मानव भारती संस्था, देहरादून में सेवारत संपर्क कर सकते हैं: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला जिला- देहरादून, उत्तराखंड-248140 राजेश पांडेय Email: rajeshpandeydw@gmail.com Phone: +91 9760097344

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker