अपनी तनख्वाह बढ़वाने के लिए दूसरों का पैसा रुकवाने पर पूरा जोर

देहरादून में कुछ दिन बिताने के बाद मुझे फिर से फोन करके धर्मशाला आने के लिए कहा गया। मैं इनके निर्देशों और आदेशों को मानने की गलतियां कर रहा था। इसकी वजह यह थी कि मैं अपने तीन साल के पत्रकारिता के करिअर को बर्बाद नहीं होने देना चाहता था। दूसरा सबसे बड़ा कारण था, … Continue reading अपनी तनख्वाह बढ़वाने के लिए दूसरों का पैसा रुकवाने पर पूरा जोर