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“राम राग” भजन संध्या में कैलाश खेर और कन्हैया मित्तल ने सुनाए भजन

देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से. नि.) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रेसकोर्स बन्नू स्कूल में आयोजित ‘राम राग’ एक संध्या राम के नाम भजन संध्या में शामिल हुए।

उन्होंने पद्म श्री कैलाश खेर और कन्हैया मित्तल को सम्मानित करते हुए कहा कि कैलाश खैर और कन्हैया मित्तल अपने भजनों के माध्यम से दुनिया में अपना नाम रोशन कर रहे हैं। उनके भजन भाव विभोर करने के साथ दिल को छू लेते हैं।

 

संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित इस भजन संध्या में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभु श्रीराम हमारे आदर्श हैं, जिनकी सभी लीलाएं मानव जीवन में अनुकरणीय हैं। सच्चिदानंद स्वरूप होते हुए भी मानव जीवन में हमारे और आपके लिए वे अवतरित हुए, क्योंकि उन्हें समाज को “अच्छे मनुष्य बनो और अच्छे मनुष्य बनाओ“ का संदेश देना था।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, विधायक खजान दास, सचिव संस्कृति हरिचन्द्र सेमवाल, महानिदेशक सूचना एवं विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट आदि उपस्थित थे।

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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