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लोकसभा चुनाव 2024ः उत्तराखंड में 18 से 19 साल के एक लाख 45 हजार फर्स्ट टाइम वोटर्स

सभी 11729 बूथों में बूथ लेवल इलेक्शन मैनेजमेंट प्लान तैयार किया गया

देहरादून। संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी नमामि बंसल ने सचिवालय में पत्रकारों को बताया, प्रदेश में लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 सकुशल और शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने एवं मतदाता जागरूकता के लिए अनेक थीम पर आधारित गतिविधियों का निरंतर आयोजन किया जा रहा है।

संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, 83 लाख 21 हजार 207 मतदाताओं को मतदान के लिए विभिन्न माध्यमों से जागरूक किया जा रहा है।

राज्य में अब तक 34 लाख 94 हजार मतदाता मतदान की शपथ ले चुके हैं।

अब तक मतदाता पंजीकरण के लिए 15 हजार 232 कैम्प लगाए जा चुके हैं।

उन्होंने बताया, राज्य में 18 से 19 वर्ष के 01 लाख 45 हजार फर्स्ट टाइम वोटर्स को जोड़ा गया है, जो प्रथम बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। उनके लिए एपिक कार्ड की डिलीवरी भी कराई जा रही है।

सभी 11729 बूथों में बूथ लेवल इलेक्शन मैनेजमेंट प्लान तैयार किया गया है।

संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा, 107/16 में कल 2290 मामले दर्ज किए गए हैं। अब तक 107/16 के लगभग 5800 मामले दर्ज हो चुके हैं।

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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